हाईकोर्ट में राज्यसभा चुनाव को चुनौती वाली अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुनवाई, कोर्ट ने बीजेपी सांसद हर्ष महाजन को नोटिस किया जारी, अब 23 मई को होगी अगली सुनवाई, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 19 अप्रैल 2024; आज एकादशी के दिन इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत, घर आएगी सुख-समृद्धि और संपन्नता       गर्मी का मौसम आया, पहाड़ों की रानी शिमला में जलसंकट गहराया, स्मार्ट सिटी के तहत 24 घंटे शहर को पानी देने के सारे दावे हवा       हिमाचल के लाहौल-स्पीति में महसूस किए गए भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग       ऑनलाइन ठगी के दो आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी , पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल : मणिकर्ण घूमने आया युवक अचानक चलते-चलते हुआ बेहोश, चंडीगढ़ का रहने वाला था मृत युवक, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल में फिर बदलें मौसम के तेवर, लाहौल स्पीति को छोड़कर दस जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल: चलते-चलते HRTC डिलक्स बस के पिछले दोनों टायर खुले, बाल-बाल बचे यात्री, बड़ा हादसा..! पढ़ें पूरी ख़बर..       आज का राशिफ़ल: 18 अप्रैल 2024; इन राशि वालों के लिए सौभाग्य से भरा रहेगा गुरुवार का दिन, यहां पढ़िए आज का दैनिक राशिफल       आज का राशिफल: 17 अप्रैल 2024 (बुधवार); आज राम नवमी के दिन सूर्य की तरह चमकेगी इन राशि के जातकों की किस्मत, प्रभु श्री राम की मिलेगी अपार कृपा      

पंचांग

आज का पंचांग 31 अक्टूबर : राहुकाल के साथ भद्रा भी, जानें आज का शुभ मुहूर्त

October 31, 2020 07:50 AM

आप सभी को शरद पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं..

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

1:- तिथि (Tithi)

2:- वार (Day)

3:- नक्षत्र (Nakshatra)

4:- योग (Yog)

5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे।

जानिए शनिवार का पंचांग

*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।

*वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।

* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।

* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।

*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचाग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

शनिवार का पंचांग

31 अक्टूबर शनिवार 2020 का पंचांग, शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।

।। आज का दिन मंगलमय हो ।।

दिन (वार) - शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।

शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।

शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की एक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।

शनि देव “पिप्लाद ऋषि” के नाम का जाप करने वाले को कभी भी पीड़ा नहीं देते है । शिव का अवतार और महर्षि दधीचि के पुत्र पिप्लाद ऋषि पीपल वृक्ष के नीचे अवतरित हुए थे, स्वयं ब्रह्मा ने ही शिव के इस अवतार का नामकरण किया था।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

पुराणों में वर्णित है कि पिप्पलाद ऋषि ने अपने बचपन में माता पिता के वियोग का कारण शनि देव को जानकर उनपर ब्रह्म दंड से प्रहार कर दिया, जिससे शनि देव घायल हो गए। देवताओं की प्रार्थना पर पिप्पलाद ऋषि ने शनि देव को इस बात पर क्षमा किया कि शनि जन्म से लेकर 16 साल तक की आयु तक एवं उनके भक्तो को किसी को भी कष्ट नहीं देंगे। तभी से पिप्पलाद का स्मरण करने से ही शनि देव के प्रकोप से मुक्ति मिल जाती है।

शिवपुराण के अनुसार शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि की पीड़ा शान्त हो जाती है ।

*विक्रम संवत् 2077 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य* शक संवत – 1942, *कलि संवत 5122* अयन – दक्षिणायन, * ऋतु – शरद ऋतु, * मास – अश्विन माह* पक्ष – शुक्ल पक्ष*चंद्र बल –मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भ,

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

तिथि (Tithi) - पूर्णिमा – 08:18 PM तक तत्पश्चात प्रतिपदा ।

तिथि का स्वामी – पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रदेव / चन्द्रमा जी है ।

इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 30 तारीख को सांय 05 बजकर 45 मिनट से लगी है, 31 तारीख को शरद पूर्णिमा तिथि पूरे दिन और रात के 08 बजकर 18 मिनट तक है ।

शरद पूर्णिमा तिथि प्रारंभ : 30 अक्टूबर को सांय 05 बजकर 45 मिनट से

शरद पूर्णिमा तिथि समाप्त: 31 अक्टूबर को रात 08 बजकर 18 मिनट तक

पूर्णिमा तिथि को चन्द्रमा सम्पूर्ण होता है। पूर्णिमा तिथि माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है, इस दिन सुख समृद्धि के लिए माँ लक्ष्मी की विधि पूर्वक उपासना अवश्य करें। पूर्णिमा तिथि को संध्या के समय में सत्यनारायण भगवान की पूजा तथा कथा की जाती है एवं चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है।

पूर्णिमा के दिन जन्म लेने वाले व्यक्ति को चन्द्र देव की पूजा नियमित रुप से अवश्य ही करनी चाहिए। इस दिन सफ़ेद वस्त्र पहने और चन्द्रमा की चांदनी में अवश्य बैठें ।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

नक्षत्र - अश्विनी – 17:58 PM तक तत्पश्चात भरणी

अश्विन नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से पहला नक्षत्र है और घोड़े के सिर का प्रतीक है। अश्विनी नक्षत्र साहस, जीवन, और शक्ति का प्रतीक है। अश्विनी एक देवता नक्षत्र है जिसे अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह नाम अश्विनी-कुमारों से संबंधित है जो हिंदू देवता माने जाते हैं।

अश्विनी नक्षत्र का लिंग पुरुष है। अश्विन नक्षत्र का आराध्य वृक्ष कुचला और स्वभाव शुभ माना गया है ।

अश्विन नक्षत्र में जन्मे जातक धनवान तथा भाग्यवान होते है। यह धन, स्त्री, आभूषण तथा पुत्रादि का पूर्ण सुख प्राप्त करते है। ऐसे जातक सक्रिय, उत्साही होते है यह अपने फैसलों पर दृढ़ रहते हैं।

अश्विनी नक्षत्र के जातको के लिए भाग्यशाली संख्या 2, 7 और 9, भाग्यशाली रंग पीला, मैरून, ऑरेंज, गुलाबी, एवं भाग्यशाली दिन मंगलवार तथा गुरुवार होता है ।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

आज अश्विनी नक्षत्र के मंत्र “ॐअश्विनी कुमाराभ्यां नमः” का 108 बार जाप करें इससे अश्विनी नक्षत्र को बल मिलेगा।

योग :  सिद्धि  04:27 A M, नवम्बर 01 . तक

प्रथम करण : -विष्टि – 07:01 A M तक

द्वितीय करण :  बव – 08:18 P M तक

गुलिक काल : शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6 से 7:30

बजे तक ।

दिशाशूल : शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।

राहुकाल : सुबह – 9:00 से 10:30 तक।

सूर्योदय : प्रातः 06:32

सूर्यास्त : सायं 17 :36

पर्व त्यौहार- शरद पूर्णिमा

आज का शुभ मुहूर्तः अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से 02 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक। अमृत काल सुबह 09 बजकर 52 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

आज का अशुभ मुहूर्तः राहुकाल सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक। दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। सुबह 06 बजे से 07 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 06 बजकर 32 मिनट से 08 बजकर 01 मिनट तक। वर्ज्य का दोपहर 01 बजकर 28 मिनट से 03 बजकर 16 मिनट तक। भद्रा सुबह 06 बजकर 32 मिनट से 07 बजकर 01 मिनट तक।

आज के उपायः शन‍िदेव की उपासना करें और दिव्यांगजनों को यथाशक्ति दान करें।

“हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

राशिफ़ल: 31अक्टूबर 2020, अपना आज का राशिफ़ल जानने के लिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज का पञ्चाङ्ग, 18 अक्तूबर 2023; (बुधवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय, आज चतुर्थ नवरात्र पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करें..

आज का पञ्चाङ्ग, 09 जून 2023; (शुक्रवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

गुरुवार का पंचांग : 08 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

बुधवार का पञ्चाङ्ग: 07 जून 2023, आज गणेश चतुर्थी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त कब से कब तक, पढ़ें आज का पञ्चाङ्ग..

मंगलवार का पंचांग: 06 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज सोमवार का पंचांग: 05 जून 2023; जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

आज का पंचांग: 04 जून 2023; आज ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा, जानें मुहूर्त और शुभ योग का समय..

आज का पंचांग 12 अप्रैल 2023 बुधवार: आज शीतला सप्तमी व्रत, जानें आज के मुहूर्त और शुभ योग

सोमवार का पंचांग : 27 मार्च 2022; जानिए आज के शुभ मुहूर्त का समय..

गुरुवार का पंचांग : 16 मार्च, 2023; देखें आज का शुभमुहूर्त और शुभयोग का समय ..