IGMC में ड्यूटियां छोड़कर हड़ताल पर जाने की तैयारी में सैकड़ों कर्मचारी, स्वास्थ्य सेवाएं हो सकती है ठप, पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सैकड़ों कर्मचारियों ने ड्यूटियां छोड़कर हड़ताल पर जाने की तैयारी कर ली है। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।

कर्मचारियों ने एलान किया है कि सरकार और अस्पताल प्रबंधन ने आईजीएमसी आने-जाने के लिए बसों का प्रावधान नहीं किया तो अगले सप्ताह से मरीजों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार और अस्पताल प्रबंधन की होगी। आईजीएमसी नर्सों की लोकल यूनिट की अध्यक्ष शीतल श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है।
आईजीएमसी में कर्मचारियों के लिए चलने वाली पंद्रह साल पुरानी बसें बंद कर दी हैं। अस्पताल के सैकड़ों कर्मचारियों को इस कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। इनमें सबसे अधिक दिक्कतें सुबह और रात्रि ड्यूटी पर आने वाली स्टाफ नर्सों, प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं तथा चतुर्थ श्रेणी समेत अन्य कर्मचारियों को पेश आ रही हैं।

अस्पताल से बस स्टैंड पहुंचने के लिए दो-दो किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ता है। आईजीएमसी कर्मचारी संघ और नर्सों की लोकल यूनिट ने अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में कई बार बताया लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। अस्पताल में अगर ऐसा होता है तो पूरे प्रदेश से उपचार करवाने आने वाले मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी।

मंत्री के आदेश पर नहीं हुआ अमल
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हरिंद्र सिंह मेहता और नर्सों की लोकल यूनिट की अध्यक्ष शीतल श्रीवास्तव समेत अन्य लोग कई बार स्वास्थ्य मंत्री को इस बारे अवगत करवा चुके हैं। उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए थे लेकिन अधिकारियों ने इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया।
