जिला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शांघड़ में वीरवार को सैन्जघाटी की शैंशर कोठी के आराध्य देवता मनुऋषि तथा शंगचूल महादेव का भव्य मिलन हुआ l दोनों देवताओं के हारियानों ने फूल-माला अर्पित करने के बाद देव परंपरा का निर्वहन किया l शंगचूल देवता कमेटी की कारदार सुधा शर्मा ने बताया कि शांघड़ में जिला के विभिन्न देवी-देवताओं की शुद्धि करवाई जाती है जबकि देवता मनुऋषि का शांघड़ में अहम् स्थान है l
कमेटी के प्रमुख पालसरा टेक सिंह, पुजारी जगदीश शर्मा, देवगूर मोहन लाल, मुख्य बजंत्री सूरत राम ने बताया कि दोनों देवताओं की अनुमति से देवता मनुऋषि का शुद्धिकरण किया गया जिसे स्थानीय बोली में गाड़ुआ कहा जाता है l
उधर लगभग 17 वर्षों बाद शुद्धि के लिए आए देवता मनुऋषि तथा शंगचूल महादेव की शांघड़ के पटाहरा गांव से देवता मैदान तक भव्य शोभायात्रा निकालने के बाद शुद्धिकरण की रस्म को निभाया गया l
मनुऋषि देवता के कारदार प्रेम सिंह, पालसरा आलम चंद ने भंडारी भागीरथ पुजारी हरिदत्त शर्मा गुर शंभू प्रकाश शर्मा जोगराज पूर्ण चंद्र मोहन लाल ठाकुर सुंदर ठाकुर लक्ष्मण ठाकुर हजारो कहा कि इस दौरान सभी देवलु निराहार रह कर देव नियमों का पालन करते हैं l