शुक्रवार का पंचाग: 13 मार्च 2020; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
हिन्दू पंचाग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं:-
1:- तिथि (Tithi)
2:- वार (Day)
3:- नक्षत्र (Nakshatra)
4:- योग (Yog(
5:- करण (Karan)
पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचाग का श्रवण करते थे ।
जानिए आज का पंचांग
*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
*वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है। * नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।
*योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।
इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना , पढ़ना चाहिए ।
आज का पंचाग
13 मार्च 2020
"ॐ महालक्ष्म्यै नम: |"
।। आज का दिन मंगलमय हो ।। दिन -शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
धन लाभ के लिए इस दिन शाम के समय घर के ईशान कोण / मंदिर में गाय के घी का दीपक लगाएं। इसमें रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे से बनी बत्ती का उपयोग करें और दिये में थोड़ी केसर भी डाल दें।
फाल्गुन 23 शक संवत् 1941, चैत्र कृष्णा चतुर्थी, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2076। सौर फाल्गुन मास प्रविष्टे 30, रज्ज़ब 17, हिजरी 1441 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 13 मार्च सन् 2020 ई०।
सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, बसन्त ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। चतुर्थी तिथि प्रातः 08 बजकर 51 मिनट तक उपरांत पंचमी तिथि का क्षय।
स्वाती नक्षत्र अपराह्न 01 बजकर 59 मिनट तक उपरांत विशाखा नक्षत्र का आरंभ, व्याघात योग रात्रि 08 बजकर 34 मिनट तक उपरांत हर्षण योग का आरंभ।
बालव करण प्रातः 08 बजकर 59 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात तुला राशि पर संचार करेगा।
सूर्योदय का समय शिमला 13 मार्च: सुबह 06 बजकर 34 मिनट पर
सूर्यास्त का समय शिमला 13 मार्च: शाम 06 बजकर 29 मिनट पर
आज के शुभ मुहूर्तः
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 48 मिनट से 03 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल काल मध्य रात्रि 12 बजकर 24 मिनट से 1 बजकर 12 मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट से 7 बजे तक। अमृत काल अगले दिन सुबह सुबह 10 बजकर 35 मिनट से 12 बजकर 01 मिनट तक रहेगा। फिर अगले दिन सुबह 6 बजकर 1 मिनट से 7 बजकर 28 मिनट तक। ब्रह्म मुहूर्त अगले दिन सुबह 5 बजकर 11 मिनट से 5 बजकर 59 मिनट तक।
आज के अशुभ मुहूर्तः
राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त सुबह 9 बजकर 12 मिनट से 10 बजे तक। फिर दोपहर में 1 बजकर 12 मिनट से 2 बजे तक। वर्ज्य काल रात में 7 बजकर 12 मिनट से 8 बजकर 42 मिनट तक।
दिशाशूल - शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यदि यात्रा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर जाएँ ।
"हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो।
आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।
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