हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :- 1:- तिथि (Tithi) 2:- वार (Day) 3:- नक्षत्र (Nakshatra) 4:- योग (Yog) 5:- करण (Karan)
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे ।
जानिए रविवार का पंचांग
*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
*वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।
* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।
* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।
रविवार का पंचांग
रविवार, 15 मार्च 2020
भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: ।।
।। आज का दिन मंगलमय हो ।।
दिन (वार) रविवार को भगवान सूर्य को प्रात: ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़, और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए, एवं आदित्यहृदयस्तोत्रम् का पाठ करना चाहिए।
पंचांग: विक्रम संवत् 2076। सौर चैत्र मास प्रविष्टे 02, रज्जब 19, हिजरी 1441 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 15 मार्च सन् 2020 ई॰। सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, बसंत ऋतु।
राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। सप्तमी तिथि अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 20 मिनट तक उपरांत अष्टमी तिथि का आरंभ। अनुराधा नक्षत्र पूर्वाह्न 11 बजकर 23 मिनट तक उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र का आरंभ।
वज्र योग अपराह्न 03 बजकर 16 मिनट तक उपरांत सिद्धि योग का आरंभ, विष्टि करण अपराह्न 03 बजकर 47 मिनट तक उपरांत बालव करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।
सूर्योदय का समय 15 मार्च शिमला: सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 15 मार्च शिमला : शाम 06 बजकर 29 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्तः
अभिजीत मुहूर्त सुबह 12 बजकर 23 मिनट से दोपहर 01 बजकर 11 मिनट तक होगा। रवि योग सुबह 06 बजकर 47 मिनट से सुबह 11 बजकर 24 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 48 मिनट से 03 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि में 12 बजकर 23 मिनट से 01 बजकर 11 मिनट तक होगा। गौधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट से शाम 07 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्तः
राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। दोपहर 03 बजकर 48 मिनट से शाम 05 बजकर 18 मिनट तक गुलिक काल है। शाम 12 बजकर 47 मिनट से 02 बजकर 18 मिनट तक यमगंड रहेगा। भद्रा सुबह 06 बजकर 47 मिनट से दोपहर 03 बजकर 46 तक रहेगा।
आज के उपायः हनुमान चालीसा का पाठ और सिंदूर का तिलक करें।
दिशाशूल (Dishashool)- रविवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से पान या घी खाकर जाएँ।
हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो "।
आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो।