करोना वायरस के चलते लगा चैत्र मेलों पर प्रतिबंध।उतरी भारत के सुप्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर में लाखों की तादाद में पहुंचते हैं श्रद्धालुआज दोपहर 2 बजे के बाद बंद हो जाएंगे दियोटसिद्ध मंदिर के कपाट। उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने की अनिश्चित काल तक मंदिर बंद रखने की घोषणा।
कोरोना का ख़ौफ़: देश दुनिया में महासंकट बन चुके कोरोना वायरस ने जहां सभी तरह के धार्मिक आयोजनों और उत्सवों पर रोक लगा दी है वहीं धार्मिक यात्राएं भी इस महामारी को देखते हुए रोक दी गई हैं।
मंगलवार सुबह उतर भारत के सिद्ध पीठ बाबा बालक मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मेलों के प्रतिबंध की अधिकारिक घोषणा की गई। मंगलवार दोपहर 2:00 बजे के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद हो किए। अनिश्चित काल तक मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। आगामी निर्देशों के बाद ही मंदिर के द्वार खोले जाएंगे। बता दें कि पहली बार ऐसा हुआ है कि चैत्र मेलों बीच में रोकना पड़ा हो।
जाहिर है कि विश्व भर में फैले जानलेवा कोरोना वायरस से अब तक करीब सात हजार लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं।
ऐसे में कोरोना वायरस के यहां पहुंचने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। खतरे को भांपते हुए चैत्र मेलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर अधिकारी ओपी लखन पाल ने मंदिर परिसर में जाकर मेलों पर प्रतिबंध लगाने की अधिकारिक घोषणा की। बाद में शाहतलाई जाकर भी श्रद्धालुओं को चैत्र मेलों पर लगे प्रतिबंध के बारे में बताया गया है।