कांगड़ा : (हिमदर्शन न्यूज़); कोरोना वायरस के कहर से देवभूमि हिमाचल प्रदेश दहशत में घिरता जा रहा है। कोरोना वायरस से कांगड़ा के टांडा अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से मौत का यह पहला मामला है। यह मौत तिब्बती मूल के तेन्जिन छोपेल की हुई है।
हिमाचल सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ( स्वास्थ्य ) आर. डी. धीमान ने इस मामले की पुुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आज एक व्यकित तेन्जिन छोपेल, 69 वर्ष, पुरुष अमेरिका से 15 मार्च को दिल्ली आया था और कुछ दिन दिल्ली में रहने के उपरान्त 21 मार्च को टैक्सी द्वारा मैक्लोडगंज पहुँचा था। उसे 23 मार्च की सुबह सांस की तकलीफ के चलते काँगडा के निजी अस्पताल में ईलाज के लाया गया लेकिन स्थिति बिगड़ने पर निजी अस्पताल से उनको टाण्डा में रैफर किया गया था।
जहाँ पर उसका आज सुबह कुछ समय पश्चात एमरजेन्सी में ही उनका निधन हो गया । क्योंकि उन्होंने कहा जैसा कि सभी जानते है कि कोविड - 19 का खतरा खासकर जो विदेशों से आएं हैं को ज्यादा है। अतः इस जानकारी हेतु उनके मरनोपरान्त भी कोविङ - 19 की जांच के लिए नमूना लिया गया ताकि पता चल सके कि उनकी मृत्यु कहीं कोविड - 19 से तो नहीं हुई। उस व्यक्ति के नमूने की रिपोर्ट कोविड - 19 पोजिटिव पाई गई है।
स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए निजी अस्पताल के स्टॉफ को कोरोंटिन कर दिया गया है एवं उस व्यक्ति के सम्पर्क में आए बाकी लोगों की पहचान भी की जा रही है और उन्हें भी अलग से कोरोंटिन किया जा रहा है । जिस टैक्सी में यह व्यक्ति दिल्ली से मैक्लोडगंज आया था उसकी पहचान भी कर ली गई है और उसको व उसके परिवार के सदस्यों को गृह निगरानी में रखा जा रहा है ।
वहीं, बालाजी अस्पताल के एमडी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि 69 वर्षीय तिब्बती व्यक्ति सुबह करीब 9:30 बजे अस्पताल लाया गया था। डॉक्टरों को मामला संदिग्ध लगा, इसलिए उन्होंने डीसी और सीएमओ कांगड़ा को जानकारी दी। इसके बाद उसे टांडा भेज दिया गया। व्यक्ति पिछले दो साल से अस्पताल में इलाज करवा रहा था। एहतियात के तौर पर करीब छह लोगों का स्टाफ आइसोलेशन में भेज दिया गया है। अस्पताल में ओपीडी बंद कर दी गई ।