कोरोना के चलते इस बार सेरीघाट में नही होगा फसल मेला, जो जहां वहीं से इस दिन करे अपने कुलिष्ट की पूजा अर्चना, मन्दिर के मुख्य पुजारी मनोहर लाल ने की लोगों से ये अपील -
ऊँ सूढ़ देवाय नमः प्रिय भक्तों जैसा कि आप सभी को विदित है कि 17 मई 2020 बरोज रविवार को धार वाले देवता के मूल स्थान सेरीघाट सहित प्रदेश के सभी स्थानों (चोंरियों) पर ज्येष्ठ मास की नई फसल की पूजा का वार्षिक पर्व है, किन्तु इस वर्ष वैश्विक माहवारी कोरोना के चलते सरकार द्वारा सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश है।
अतः आप सभी से विनम्र प्राथना है कि आप सब भी अपने व अपने देश समाज के हित में सरकार के आदेश का पालन करें। मन्दिर कमेटी सेरीघाट ने भी यह निर्णय लिया है कि इस बार मेले को परम्परा के अनुसार सुबह 9:00 बजे मंदिर कमेटी के द्वारा ही पूजा की जाएगी तथा देवता जी के पूरे प्रजामण्डल के कुशल क्षेम के लिये प्रार्थना की जाएगी। आप सभी से भी प्रार्थना है कि आप जहां भी हो वहीं से सुबह 9:00 बजे देवता जी से अपने परिवार समाज व पूरे देश के लिए मंगल कामना करें।
आशा करता हूँ कि आप सभी मेरे इस संदेश को आगे से आगे बढाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जाकरुक करेंगें। जब स्थिति सामान्य हो जाए तब ही अपनी फसल का चढ़ावा लेकर मंदिर आयें। अभी घर पर रहें सुरक्षित रहें।
धन्यवाद !निवेदक :- मुख्य पुजारी मनोहर लाल गर्ग मूल स्थान सेरीघाटजिला सोलन (हिमाचल प्रदेश)