शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते आगामी 15 जून तक सभी स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे। सभी शैक्षणिक संस्थान अब 31 मई तक बंद रखने के आदेश थे। लेकिन कोरोना के बढ़ते संकट के देखते हुए फिर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिक्षण संस्थान 15 जून तक बंद करने का ऐलान किया है।
शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की सबसे बड़ी वजह कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले हैं। दरअसल दूसरे प्रदेशों से लौट रहे लोग कोरोना से ग्रस्त पाए जा रहे हैं। बाहरी राज्यों से आने वालों को प्रदेश के सरकारी स्कूलों में जगह-जगह बनाए गए संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। इससे स्कूलों में संक्रमण के फैलने का खतरा है।
संस्थागत क्वारेंटाइन बनाए गए स्कूलों को सैनेटाइज करने के लिए सरकार विशेष अभियान चलाएगी। इसे देखते हुए 15 जून तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया गया है।
राज्य सरकार के आदेश पर गत 15 मार्च से शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह बंद हैं। अढ़ाई महीनों से स्कूल काॅलेज बंद होने से पढाई बाधित हुई है। शिक्षा विभाग स्कूलों को चरणबद्व तरीके से खोलने के लिए एग्जिट प्लान बना रही है। इसके तहत दो शिफ्टों में स्कूल खोलने पर विचार चल रहा है।
साथ ही सैलेबस कवर करने के लिए दूसरे शनिवार सहित फैस्टिवल सीजन की छुट्टियों में कटौती भी संभव है। खुद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज यह दावा कर चुके हैं।
बता दें कि स्कूल-कॉलेजों को संस्थागत क्वारेंटाइन सेन्टर बनाना सरकार की सबसे बड़ी भूल है। WHO के मुताबिक छोटे बच्चों और बजुर्गो में कोरोना संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा है। अविभावकों का कहना है कि सरकार को शिक्षण संस्थानों के बजाए सामुदायिक भवनों, गेस्ट हाउस, होटल और निजी अस्पतालों को संस्थागत क्वारेंटाइन सेन्टर बनाना चाहिए था।
हिमाचल प्रदेश में 15 जून तक सभी शिक्षण संस्थान रहेंगे बंद - सुरेश भारद्वाज