मंडी : जिला में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने आए सीएम जयराम ठाकुर और सदर विधायक अनिल शर्मा के बीच बैठक में तनातनी हो गई। बैठक में विधायकों और अधिकारियों को विशेष तौर से बुलाया गया था। अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की चर्चा करने के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने विधायकों को अपनी बात रखने को कहा।
लेकिन जब बारी सदर विधायक अनिल शर्मा की आई तो उन्होंने शहर और इसके आसपास जारी विकास कार्यों पर अनेकों सवाल उठा दिए। मुख्यतः सवाल वर्क इन प्रोग्रेस को लेकर उठाए गए। अनिल शर्मा ने कहा कि जिन योजनाओं के शिलान्यास सीएम जयराम ठाकुर ने रखे हैं उनके काम अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं और सभी योजनाओं के बारे में अधिकारी वर्क इन प्रोग्रेस का ही राग अलाप रहे हैं।
इस पर लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारी ने जबाव दिया कि विकास कार्यों को लेकर पूरी गंभीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्किंग वाले स्थान की अप्रूवल आने में देरी हुई लेकिन पिछले कल ही उसकी अप्रूवल आई है।
वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने अनिल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि स्थानीय प्रतिनिधि होने के नाते उनका भी यह फर्ज बनता है कि वह अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की तरफ ध्यान दें और जहां कोई अड़चनें आ रही हैं उन्हें दूर करने में विभाग की मदद करें, तभी विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार करीब चार से पांच मिनट तक तनातनी वाला यह माहौल बना रहा और बाद में सीएम ने अलगे विषय की चर्चा शुरू की जिसके बाद माहौल शांत हो सका।
ज्ञात रहे कि अनिल शर्मा इसी सरकार में पहले मंत्री थे, लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान उनके बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और अनिल शर्मा को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा।
बता दें कि मौजूदा समय में अनिल शर्मा भाजपा के विधायक जरूर हैं, लेकिन सिर्फ कहने मात्र के लिए। पार्टी ने उनसे अपना नाता पूरी तरह से तोड़ दिया है।
साभार: एमबीएम न्यूज़