सोलन: हिमाचल के सोलन जिले में गुरुवार को कोरोना के एक साथ 33 मामले आने से हड़कंप मच गया है। जिले में सामने आए 33 मामलों में से 29 सारा टेक्सटाइल मिल के हैं। यहां काम करने वाले एक कामगार को कोरोना हुआ था। इसके बाद उसके संपर्क में आए लोगों के टेस्ट लिए गए, जिनमें से गुरुवार को 29 संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसके अलावा चार अन्य मामलों में दो अर्की के और दो लोग झाड़माजरी के हैं।
अर्की उपमंडल में एक चार साल का बच्चा कोरोना संक्रमित पाया गया है। बच्चे के साथ उसकी 59 वर्षीय दादी भी कोरोना संक्रमित हुई है। यह दोनों पूर्व में दिल्ली से लौटे कोरोना संक्रमित दंपती के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुए हैं। दंपती समेत सभी को आईपीएच विश्राम गृह अर्की में क्वारंटीन किया गया था।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी सोलन डॉ. एनके गुप्ता ने इसकी पुष्टि की। एक साथ इतने बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमितों के आने से उद्योग के करीब 1100 कामगारों पर भी संक्रमण का खतरा है। बीबीएन के टेक्सटाइल उद्योग कोरोना से संकट में हैं।
नालागढ़ के भाटियां स्थित सारा टेक्सटाइल में एक कामगार के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद यहां 1000 कामगारों और आवासीय कॉलोनी के 70 लोगों पर खतरा मंडराने लगा है। इस कंपनी का प्रबंधक भी रैंडम सैंपल में पॉजिटिव आ चुके हैं।
अभी उद्योग से सिर्फ 104 ही सैंपल लिए हैं जबकि अन्य लोगों के सैंपल लेना शेष है। बीबीएन के विनसम टेक्सटाइल उद्योग में एक कामगार पॉजिटिव आ चुका है जो हरियाणा रोडवेज की बस में आठ अन्य कामगारों के साथ आया है। उद्योग भी सील किया गया है और यहां पर सैंपलिंग भी होना है।
कुल मिलाकर बीबीएन के टेक्सटाइल उद्योग कोरोना की जद में आने लगे हैं जिससे क्षेत्र के लोग सहम उठे हैं। एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने बताया कि दोनों टेक्सटाइल कंपनियों में संक्रमण फैलने का अंदेशे को लेकर पहले से ही यहां पूर्ण बाड़बंदी कर इन्हें कंटेनमेंट जोन बनाया है।
वहीं, नालागढ़ के भाटियां स्थित सारा टेक्सटाइल कंपनी व पॉजिटिव आए कंपनी प्रबंधक के खिलाफ पुलिस ने सरकार व डीएम के आदेशों की अवहेलना करने का मामला दर्ज किया है। कंपनी प्रबंधक बिहार से आने के बाद नालागढ़ की सीमा में पुलिस की बिना अनुमति के आने पर रोकने के बावजूद चोर रास्ते से आया और कंपनी की आवासीय कॉलोनी में ठहरा। इस दौरान वह कंपनी में काम करता रहा। वहीं इसकी सूचना कंपनी की ओर से भी नहीं दी गई, जिसके चलते कंपनी व पॉजिटिव आए प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
प्रबंधक 27 जून को छपरा बिहार से ट्रेन में आया और 28 को लुधियाना पहुंचा। यहां से टैक्सी लेकर दभोटा तक आया। पुलिस ने दभोटा में किसी भी पास या अनुमति न होने पर उसे रोका गया। लेकिन यह चोर रास्ते से सुबह तीन बजे कंपनी के गेस्ट हाउस पहुंच गया। छह जुलाई को इसका सैंपल लिया गया और आठ जुलाई को यह पॉजिटिव आया। एएसपी मानव वर्मा ने बताया कि कंपनी और प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।