सोलन : सुबाथू छावनी का प्रवेश बैरियर वित्त अनियमितताओं का अड्डा बन गया है। ताजा मामला प्रवेश शुल्क वसूलने में भारी अनियमितताओं को लेकर सामने आया है। नीलामी न होने के कारण जून महीने में छावनी परिषद के कर्मचारियों ने प्रवेश बैरियर का परिचालन किया था। वसूले गए शुल्क को छावनी परिषद दफ्तर में जमा करवाया जाता था। सूत्रों के अनुसार 2 से 10 जून तक प्रवेश शुल्क का संग्रह करीबन 25000 रुपए प्रतिदिन की औसत से हुआ था।
दफ्तर में जिस कर्मचारी के पास शुल्क जमा करवाया जाता था उसे 11 जून को बदल दिया गया। उसके बाद प्रवेश शुल्क संग्रह तकरीबन 40000 रुपए प्रतिदिन की औसत से होने लगा। इतना फर्क होने पर पिछली रसीद बुक को खंगाला गया तो पाया गया कि कई रसीदों की कार्बन कॉपी गायब थी।
रसीद की कार्बन कॉपी न होने का यह तर्क दिया गया कि कई बार रसीद काटते समय गलती से डुप्लीकेट कॉपी भी उपभोक्ता को दे दी गई। अनियमितता उजागर होने पर 2 कर्मचारियों को सस्पैंड कर दिया गया है। छावनी परिषद सुबाथू के उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता ने बताया कि बैरियर में बरती गई अनियमितताओं का बोर्ड मीटिंग में कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए गए कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।