शिमला: मुख्यमंत्री जय ठाकुर ने आज यहां 71वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के 41 वन मण्डलों में 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 1.20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने नई योजनाएं आरम्भ की है जिनमें विद्यार्थी वन मित्र योजना, सामुदायिक वन संवर्द्धन योजना, वन समृद्धि जन समृद्धि योजना के अतिरिक्त चीड़ की पत्तियों पर आधारित नए उद्योग स्थापित करने, वन रक्षकों को हथियार उपलब्ध करवाना और वृक्षारोपण प्रक्रिया में बेहतरीन योगदान के लिए स्थानीय समुदायों को पुरस्कृत करना शामिल है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि लोगों को बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने और लोगों को वृक्षारोपण की प्रक्रिया से जोड़ने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने एक अन्य नई योजना- एक बूटा बेटी के नाम भी आरम्भ की है। योजना के अन्तर्गत बालिका के जन्म के अवसर पर परिवार को पांच पौधे, ट्री गार्ड, बालिका के नाम की पट्टिका और 20 किलो केंचुए की खाद तथा तकनीकी जानकारी प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वन भूमि पर अतिक्रमण के मामलों पर कड़ी नजर रख रही है और अवैध वृक्ष कटान के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने वन विभाग को यह सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए कि नए रोपे गए पौधों की उत्तरजीविता दर बनी रहे। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पिछले दो वर्षों में पौधों की जीवंतता दर लगभग 70 प्रतिशत रही, जो देश में उच्चतर दर में शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज लगभग 50 हजार पौधे रोपे गए जो अपने आप में एक रिकार्ड है। उन्होंने वन विभाग को वृक्षारोपण के कार्य में आम जनता, गैर सरकारी संस्थाओं और पंचायती राज संस्थानों की सहभागिता सुनिश्चित बनाने के लिए कहा। इसके अतिरिक्त, आम जनता को स्वयं भी वृक्षारोपण और वन सम्पदा के संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आबादी को भी राज्य की वनस्पति और जन्तू समूह के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।