हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :- 1:- तिथि (Tithi) 2:- वार (Day) 3:- नक्षत्र (Nakshatra) 4:- योग (Yog) 5:- करण (Karan)
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे ।
जानिए रविवार का पंचांग
*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
*वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।
* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।
* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है । रविवार का पंचांग
रविवार, 30 अगस्त, 2020
भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: ।।
।। आज का दिन मंगलमय हो ।।
दिन (वार) रविवार को भगवान सूर्य को प्रात: ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़, और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए, एवं आदित्यहृदयस्तोत्रम् का पाठ करना चाहिए।
राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 08, शक संवत 1942, भाद्रपद शुक्ला द्वादशी रविवार विक्रम संवत् 2077। सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 15 मुहर्रम 10, हिजरी 1442 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 30 अगस्त सन् 2020 ई०। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, शरद ऋतुः।
राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। द्वादशी तिथि प्रातः 08 बजकर 22 मिनट तक उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ, उत्तराषाढ़ नक्षत्र अपराह्न 01 बजकर 52 मिनट तक उपरांत श्रवण नक्षत्र का आरंभ।
सौभाग्य योग अपराह्न 01 बजकर 57 मिनट तक उपरांत शोभन योग का आरंभ, बालव करण प्रातः 08 बजकर 22 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा दिन-रात मकर राशि पर संचार करेगा। आज के व्रत त्योहार- पद्मा एकादशी व्रत श्री वामन जयंती।
सूर्योदय का समय 30 अगस्त: सुबह 05 बजकर 58 मिनट पर
सूर्यास्त का समय 30 अगस्त: शाम 06 बजकर 45 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्तः अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से 03 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 32 मिनट से 06 बजकर 56 मिनट तक। अमृत काल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 54 मिनट तक। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 58 मिनट से दोपहर 01 बजकर 52 मिनट तक। त्रिपुष्कर योग सुबह 05 बजकर 58 मिनट से 08 बजकर 21 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्तः राहुकाल शाम 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दोपहर 03 बजकर 30 मिनट से 04 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। वर्ज्य काल शाम 06 बजकर 04 मिनट से 07 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। दुर्मुहूर्त काल शाम 05 बजकर 02 मिनट से 05 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
आज के उपायः आज के उपायः उगते सूर्य को जल दें। पिता का आशीर्वाद लें। मां दुर्गा के मंदिर जाएं।
दिशाशूल - रविवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से पान या घी खाकर जाएँ ।
"हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो "।