शिमला: सरबजीत सिंह बॉबी मरीजों और जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। चाहे कोई भी वक्त क्यों न हो। आज के समय में लोग अपनी ही समस्याओं में उलझे पड़े हैं और ऐसे में दूसरों की मदद करने का तो समय ही नहीं मिलता है लेकिन शिमला के सरबजीत सिंह बॉबी, उन लोगों में से एक हैं, जो मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। सरबजीत को ‘वेला बॉबी’ के नाम से भी जाना जाता है।
उनकी संस्था आल माइटी ब्लेसिंग को कैंसर अस्पताल में लंगर सेवा करते हुए छह साल पूरे हो गए है। कैंसर हॉस्पिटल IGMC में 25 अक्टूबर 2014 को ये लंगर चाय से शुरू हुआ था और आज इसमे मरीज़ो व तीमारदारों को ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर की फ्री में व्यवस्था है। इसमे सहयोग के लिए सरबजीत सिंह बॉबी ने सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया।
सरबजीत सिंह ने कहा कि IGMC में लङ्गर को छह साल हो गए है। इसमे लगभग तीन हजार लोगों को प्रतिदिन लंगर परोसा जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। 25 अक्टूबर 2014 को ये लंगर चाय ओर बिस्कुट से शुरू हुआ था। अब तक के इस सफर में लाखों लोगों से मिले और लाखों लोग इसमे सहयोग दे रहे हैं। जिससे आज प्रदेश के कैंसर अस्पताल और कमला नेहरू अस्पताल में सरबजीत निशुल्क भोजन की व्यवस्था करते हैं।
सरबजीत सिंह बॉबी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पूरा सहयोग दे रहे हैं। वे छ साल में पांच बार इस लङ्गर में जा चुके है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी समाज सेवी संस्था किसी भी अस्पताल में लंगर सेवा शुरू करना चाहते है तो दो महीने का राशन आल माइटी ब्लेसिंग्स देगी। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था शिमला नगर निगम क्षेत्र में कैंसर के मरीजों को मुफ्त में लाने व छोड़ने के लिए एम्बुलेंस चला रही है।
उन्होंने माँग की अस्पताल में रोगी कल्याण समिति के स्थान पर रोगी तीमारदार कल्याण समिति बननी चाहिए। अस्पताल में रोगी के साथ अटेंडेंट भी होते है जिन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वे कैंसर हॉस्पिटल में तीमारदारों के रहने के लिए भी बहुत जल्द व्यवस्था कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से प्रदेश के हॉस्पिटलस में अटेंडेंट के रहने व सोने की व्यवस्था करने की मांग भी की है क्योंकि मरीज के साथ आये अटेंडेंटस को बाहर फुटपाथ पर रहना पड़ता है।