अर्की: कुंहर पंचायत के घड़याच में बना पेयजल भंडारण टैंक अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। पेयजल टैंक पर लगे ढक्कन में ताला तक नही है। इसका ढक्कन भी खस्ताहाल हो गया है। इससे पेयजल टैंक में जगली जानवर, सांप, बिच्छू आसानी से अंदर जा सकते हैं। इस टैंक में दरारें तक पड़ने लगी है तथा जगह जगह से इसकी दीवारें टूटी हुई है। इससे ग्रामीणों को जलजनित रोग फैलने का डर है। अर्की उपमंडल की चार पंचायतों को इस भंडारण टैंक से पानी दिया जा रहा है। इन पंचायतों के लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं।
कुंहर, शहरोल व बड़ोग व बलेरा पंचायतों को पेयजल मुहैया कराने वाली उठाऊ पेयजल योजना का भंडारण टैंक घड़याच में जंगल के साथ घासनी मे बना हुआ है जोकि जर्जर हालत में है। पंचायत उपप्रधान अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि क्लीन-वे कम्पनी ने जब से इस पेयजल योजना का जिम्मा सम्भाला है तब से भंडारण टैंक की मेन्टेन्स नही हो रही है। टैंक कभी भी गिर सकता है जिससे चार पंचायतों में पेयजल संकट गहरा सकता है। उन्होने कहा कि कई बार पंचायत के माध्यम से संबंधित विभाग को अवगत कराया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वहीं लोगों का कहना है कि विभाग टैंक को गिरने का इंतजार कर रहा है। सूचना देने के बाद भी इसे ठीक नहीं कर रहा है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इसे ठीक नहीं किया गया तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
सिमलटा राजस्व के उपगांव बधेच निवासी ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया कि उन्होंने 3 महीने पूर्व पानी का नया कनेक्शन लिया था लेकिन आज तक इस कनेक्शन में पानी की एक बूंद तक नही आई है। उन्होंने कई बार आईपीएच विभाग के कर्मचारियों व क्लीन-वे पेयजल ऑपरेटरों को बताया लेकिन कर्मचारियों द्वारा तीन माह से उनकी समस्या को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इसके अलावा पारला बधेच निवासी राकेश तनवार ने बताया कि कई वर्ष पूर्व 3 परिवारों के लिए पब्लिक नल लगाया था जिसमें आज तक पानी नही आया हैं। उन्होंने कहा कि कई बार हेल्पलाइन 1100 पर शिकायत दर्ज की लेकिन आईपीएच विभाग का कोई भी कर्मचारी व अधिकारी समस्या का निदान करने नही आया। ऐसे में लोगों ने मीडिया के माध्यम से अधिकारियों से आग्रह किया है कि पेयजल भंडारण टैंक से पानी का सही तरीके से वितरण करने के लिए टैंक से निकलने वाली हर पाइप लाइन में चाबी लगा कर पानी का सही तरीके से वितरण कर उनकी समस्याओं का जल्द निपटारा किया जाए।
उधर, आइपीएच विभाग के जेई मदन शर्मा ने बताया कि टैंक की खस्ताहालत बारे उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा । जैसे ही बजट का प्रावधान होगा इसके स्थान पर दूसरा टैंक बनाया जाएगा और टैंक से बाहर जाने वाली हर पाइप लाइन में चाबी लगा कर सभी को बराबर पानी दिया जाएगा।