शिमला: भलेही सरकार ने राशन डिपुओं पर राशन के घपलों को रोकने के लिए इसे ऑनलाइन बनाकर पारदर्शिता लाए जाने की योजना बनाई है लेकिन डिपो धारकों ने इस योजना का भी तोड़ निकालते हुए राशन को हड़पने का खेल जारी रखा हुआ है। डिपो धारकों को सरकार द्वारा दी गई बॉयोमीट्रिक मशीन में लगने वाला अंगूठा चाहे राशन कार्ड धारक का भी लगे... तो भी उसके नाम से राशन जारी हो रहा है। आशंका जताई जा रही है कि कोरोना काल मे गरीब लोगों के लिए आया हुआ राशन उन्हें मिलने की बजाय बाजारों में बिक रहा है। जिससे डिपो होल्डर बड़े स्तर पर सरकारी राशन को हड़प कर चांदी कूट रहे हैं।
मजे की बात ये है कि सरकार की ओर से सारा रिकाॅर्ड ऑनलाइन किए जाने के बावजूद राशन डिपो को चलाने वाले रिकॉर्ड में धांधली जारी रखे हुए हैं। वहीं कुछ तथाकथित कागजी गरीब कार्डधारक भी है जिन्हें कोरोना काल मे मुफ्त का राशन मिल रहा है वे फ्री के राशन को नजदीकी दुकानों में सस्ते भाव मे बेचकर शराब खरीद कर सरकारी सुविधाओं का जमकर दुरुपयोग कर रहें है।
कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में हो रही बेतहाशा वृद्धि चलते हिमाचल सरकार डिपुओं में राशन के आवंटन की प्रक्रिया में फिर बदलाव करने जा रही है। अब डिपुओं में पॉश मशीन में राशन कार्ड स्कैन व अंगूठा लगाकर राशन देने के बजाय आंखों को दिखा ( स्कैन ) कर राशन देने की तैयारी है। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग इसका प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
कोरोना संकट में सरकार ने पॉश मशीनों में अंगूठा लगाकर राशन देने पर रोक लगा रखी है। ऐसे में विभाग अभी राशन कार्ड स्कैन करने के बाद ही उपभोक्ताओं को राशन दे रहा है। विभाग का मानना है कि इस प्रक्रिया से राशन आवंटन में गड़बड़ी की आशंका रहती है। इसी के चलते अब आंखों को स्कैन कर राशन देने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
इससे कोरोना काल में पॉश मशीन में अंगूठा लगाने का झंझट भी खत्म हो जाएगा और राशन आवंटन में पारदर्शिता भी बनी रहेगी। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आंखों को स्कैन करके राशन देने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। हिमाचल में साढ़े 18 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। सरकार की ओर से लोगों को आटा, चावल, 3 दालें, 2 लीटर तेल, नमक और चीनी दी जा रही है।
प्रदेश में आंखों को स्कैन करके राशन देने को लेकर अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। सरकार की ओर से इस प्रक्रिया को जल्द लागू करने की बात कही गई है।