सरकाघाट: नागरिक अस्पताल सरकाघाट के पुराने भवन के साथ बन रहे नए भवन के निर्माण के कारण जलशक्ति विभाग का टैंक गिरने से अस्पताल के पुराने भवन का एक कमरा जो कि कोविड वार्ड बनाया गया था पूरी तरह से तबाह हो गया। घटना से अस्पताल में दाखिल मरीजों में अफरातफरी का माहौल हो गया। मरीजों और उनके तीमारदारों में हड़कंप मच गया और वे अस्पताल के आंगन में इस कड़कती सर्दी में जान बचाने पहुंचे।
अस्पताल के पुराने भवन के पीछे 12 करोड़ रुपए की लागत से एक नए भवन का निर्माण कार्य चल रहा है और इस भवन निर्माण के लिए अस्पताल के साथ लगती पहाड़ी की खुदाई की गई थी लेकिन खुदाई दो वर्ष पहले हुई थी और पहले वाला ठेकेदार काम छोड़ कर चला गया है और नए ठेकेदार को निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया था। निर्माण कार्य भी जोरों से चल रहा था लेकिन इस टैंक और पहाड़ी की दरकती जमीन की ओर किसी ने भी कोई खास ध्यान नहीं दिया।
हालांकि इस टैंक जो अस्पताल के ऊपर निर्मित किया गया था के गिरने का अंदेशा सभी को था लेकिन ठेकेदार द्वारा अपना काम जारी रखा गया और इस टैंक को गत दिन उस समय खाली कराया गया जब यह नीचे की ओर दरकने लगा। टैंक को खाली कराकर अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल बंद होने पर अपने घरों को चले गए तथा आपातकालीन डयूटी पर तैनात स्टाफ ही अस्पताल में मौजूद था।
अस्पताल के साथ साथ केमिस्ट की दुकानें कर रहे व्यापारियों का कहना है कि पहले पहाड़ी पर प्रोटेक्शन वाल लगनी चाहिए थी और उसके बाद ही निर्माण कार्य आरंभ किया जाता लेकिन निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो गया। जब रात को यह हादसा हुआ तो बड़े जोर के धमाके के साथ टैंक करीब 150 फीट की ऊंचाई से गिरा और उसके बाद अस्पताल का एक कमरा और ठेकेदार की 60 लाख रुपये की मशीनरी पूरी तरह तबाह हो गई ।
इस बारे में एसएमओ डॉ पीएल वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना उन्हें उसी वक्त मिल गई थी और उन्होंने मौके पर आकर पहले रोगियों और तीमारदारों कि सुरक्षा व्यवस्था की और आला अधिकारियों को भी सूचित कर दिया । अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग सरकाघाट विनोद शर्मा ने बताया कि इस संदर्भ में संबंधित ठेकेदार को पहले ही सचेत कर दिया था। उधर एसडीएम सरकाघाट जफर इकवाल ने मामले की पुष्टि की है ।