इंदौर : आज के समय में बच्चे हो या युवा पीढ़ी कोई भी काम करने से पहले उसकी सेल्फी जरूर लेते है। लेकिन क्या अपने सोचा है कि तरफ -तरफ की सेल्फी लेना आपके लिए भारी पड़ सकता है। दरअसल एक अजीबो -गरीब मामला सामने आया है।
बता दें कि सेल्फी के चक्कर में एक बच्ची की जान चली गई है। 7 वीं की छात्रा गले में फंदा डाल कर सेल्फी ले रही थी। फंदा डाले हुए सेल्फी वह किसी को भेज रही थी। इस दौरान कुर्सी का बैलेंस बिगड़ गया और फंदा कस गया। इस हादसे में बच्ची की जान चली गई है।
अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं, बच्ची के मां-पिता सशस्त्र बल में हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि आयुषी का शव फंदे से लटका था और मोबाइल नीचे गिरा हुआ था। मोबाइल की जांच की गई तो उसमें फंदे के साथ सेल्फी थी।
बच्ची ने 2 दुपट्टों से फंदा तैयार किया था। पोस्टमार्टम के दौरान उसके कपड़ों से डॉक्टरों को एक नोट मिला है। उसमें लिखा है कि सॉरी माही, मुझे माफ कर देना, जो गलतफहमियां हुईं, उसे भूल जाना। माही उसे तुम गलत समझ रही हो। यकीन नहीं है तो मुझे 6 बजे आकर देख लेना। इसके साथ ही बाएं हाथ पर सॉरी-जी लिखा हुआ है।
मामला इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस को सूचना मिली थी कि मां वैष्णो देवी नगर में 12 वर्षीय बच्ची ने फांसी लगाई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच की तो मामला कुछ और ही निकला है। बच्ची ने खेल-खेल में दुपट्टा गले में डाल कर सेल्फी ले रही थी। इस दौरान संतुलन बिगड़ने से वह गिर पड़ी और दुपट्टा गले में फंस गया। बच्ची का नाम आयुषी सोलंकी बताया जा रहा है, जिसकी उम्र मात्र 12 वर्ष है।
घटना के वक्त बच्ची घर में अकेली थी। वहीं, मामले की जानकारी मिलने के बाद उसके परिजन घर पहुंचे और तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया है। वहीं, मोबाइल भी पुलिस ने जप्त किया है। फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बच्ची ने फांसी लगाई है या खेल खेल में फांसी लगी है।