शिमला(के सी. ठाकुर) नगर परिषद व नगर पंचायतों के चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस व बीजेपी दोनों अपने समर्थित उम्मीदवारों को बहुमत मिलने के दावे कर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नगर परिषद व नगर पंचायत में 75 प्रतिशत बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों को जीत हासिल होने का दावा किया है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनावो का दौर चला हुआ है। नगर परिषद व नगर पंचायत के चुनाव में मतदाता ने भरपूर मतदान किया है और लगभग 73 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रदेश की 3615 ग्राम पंचायतों में से 102 पंचायते निर्विरोध चुन ली गयी है। 75 प्रतिशत निर्विरोध पंचायते बीजेपी समर्थित है। हिमाचल में 29 नगरपरिषद है जिसमे 22 नगर परिषदों में बीजेपी को बहुमत प्राप्त हुआ है।
हिमाचल में 27 नगर पंचायते है जिनमे 6 नई बनी है इनमे चुनाव नही हुआ। 21 नगर पंचायतो में से 18 नगर पंचायतो में भाजपा को बहुमत मिला है। हिमाचल के विकास की योजनाओं को जनता तक पहुचने के लिए सहयोग।देंगे। पंचायत के चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग बढ़चढ़ कर आगे आए व स्वच्छ ईमानदार छवि के लोगो को मौका दिया जाए।
विपक्ष पर पलटवार करते मुख्यमंत्री ने कहा कि जहाँ कांग्रेस की नगर परिषद व पंचायतो में जीत हुई है वहां वह अपने अध्य्क्ष बनाए व जहां बीजेपी जीती है वहां हम बनाएंगे।विपक्ष को हकीकत से मुंह नही मोड़ना चाहिए। कांग्रेस में सुधार की जरूरत है उन्हें उस पर ध्यान देना चाहिए उन्हें सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
वन्ही दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि सरकार ने पंचायती राज चुनावो को सुनियोजित तरीके से प्रभावित किया है। पहले रोस्टर को प्रभावित किया गया और भाजपा मंडल ने जो लिस्ट दीपकमल से भेजी उसी पर सरकार ने अमल में लाया है। स्थानीय निकायों के चुनाव पिछले कल हुए जिनके परिणाम देर रात्रि तक आए।
जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने गलत जानकारी देना शुरू कर दिया और कहा कि 70 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर काबिज होने की गलत जानकारी दी जा रही है बीजेपी झूठ बोल रही है।उन्होंने कहा कि आज बीजेपी का कोई भी बयान मीडिया में नही आया है और अब मुख्यमंत्री को स्वयं मीडिया में आना पड़ा है। राठौर ने कहा कि रामपुर ठियोग नारकंडा, चौपाल नगर पंचायत में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है। शिमला में 8 में से 6 ओर जोगिन्दर में पूर्ण बहुमत से जीते है। इसी तरह जहां कांग्रेस की हार हुई है वह कम अंतर से हुई है।
राठौर ने कहा कि जो उम्मीदवार भाजपा समर्थित नही थे उन्हें भी बीजेपी में शामिल करने की होड़ चल पड़ी है। जहां निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं वहां भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ ही मत मिला है। उन्होंने कहा कि अधिकारी व बीजेपी के नेता लक्ष्मण रेखा लांघने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा को अपने उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। भाजपा पंचायत के चुनावों को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो नगर निगम के चुनाव पार्टी चिन्हों पर होनी चाहिए।