लोकसभा चुनाव 2024: कंगना रनौत के खिलाफ मंडी से चुनाव लड़ेंगी प्रतिभा सिंह ! कांग्रेस आलाकमान पर टिकीं नजरें, कांग्रेस की लिस्ट का सभी को इंतजार, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल BJP में बगावत: रामलाल मारकंडा BJP से हुए बागी, रवि को टिकट देने पर भड़के, कांग्रेस से चुनाव लड़ने के संकेत, लाहौल स्पीति BJP कार्यकारणी देगी इस्तीफा, राजनीति में उठापटक जारी, पढ़ें पूरी ख़बर       हिमाचल प्रदेश में उप-चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की 6 उम्मीदवारों की लिस्ट, जाने किसे मिला टिकट ?       शिमला में टैक्सी चालकों और बिचौलियों की लूट, शिमला की छवि हो रही खराब, बिचौलिए लेते हैं कमीशन, इस्तेमाल हो रहे बिना परमिट के वाहन, इनकी रफ ड्राइविंग और बदतमीज़ी से पर्यटक और जाखू वासी परेशान, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 25 मार्च 2024; आज होली के दिन इन राशि वालों के घर बरसेंगे खुशियों के रंग, धन-दौलत से भर जाएगी तिजोरी, पढ़ें मेष से मीन तक का राशिफल..       चन्द्र ग्रहण: 2024: आज होली के दिन लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण, भारत में नजर आएगा या नहीं, कैसे देख सकते हैं, आज इतने बजे से शुरू हो जाएगा चंद्र ग्रहण, जान लीजिए इस दौरान क्या सावधानियां बरतें, पढ़े पूरी खबर..       हिमाचल में BJP के बाकी 2 टिकट भी घोषित, कांगड़ा के सांसद कपूर का पत्ता साफ, भारद्वाज उम्मीदवार, भाजपा ने टिकटों में फिर चौंकाया, इस बार 2 नये प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल: क्या हिमाचल में उपचुनाव के बाद बचेगी कांग्रेस की सरकार ? उपचुनाव में किसकी बढ़ेगी मुश्किलें, जानिए हिमाचल के सियासी समीकरण, विस्तार से..       आज का राशिफल: 24 March 2024: आज होलिका दहन के दिन इन राशियों का जागेगा सोया भाग्य, ग्रह-नक्षत्रों का मिलेगा पूरा साथ, पढ़ें दैनिक राशिफल       हिमाचल BJP में बगावत शुरू : इन विधानसभा में बगावत के आसार, राकेश कालिया ने इस्तीफा दिया, कांग्रेस में हो सकती वापसी, पढ़ें पूरी खबर..      

पंचांग

शुक्रवार का पंचांग : 15 जनवरी 2021; जानिए आज का शुभमुहूर्त का समय

January 15, 2021 08:40 AM

शुक्रवार का पंचांग

 

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

1:- तिथि (Tithi)2:- वार (Day)3:- नक्षत्र (Nakshatra)4:- योग (Yog)5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी नित्य पंचांग का श्रवण करते थे ।

जानिए, शुक्रवार का पंचांग

* शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।

* वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।

* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।

* करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

महालक्ष्मी मन्त्र : ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

दिन (वार) – शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।

शुक्रवार के दिन नियम पूर्वक धन लाभ के लिए लक्ष्मी माँ को अत्यंत प्रिय “श्री सूक्त”, “महालक्ष्मी अष्टकम” एवं समस्त संकटो को दूर करने के लिए “माँ दुर्गा के 32 चमत्कारी नमो का पाठ” अवश्य ही करें । शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को हलवे या खीर का भोग लगाना चाहिए ।

शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की आराधना करने से जीवन में समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है बड़ा भवन, विदेश यात्रा के योग बनते है।

*विक्रम संवत् 2077 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य, * शक संवत – 1942, *कलि संवत – 5122* अयन – उत्तरायण, * ऋतु – शरद ऋतु, * मास – पौष माह।* पक्ष – शुक्ल पक्ष*चंद्र बल – मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ,

तिथि (Tithi)- द्वितीया – 08:04 AM तक तत्पश्चात तृतीया : – द्वितीया तिथि के स्वामी भगवान ब्रह्मा जी और तृतीया तिथि के स्वामी माँ गौरी और कुबेर देव जी है।

द्वितीया तिथि के स्वामी सृष्टि के रचियता भगवान ‘ब्रह्मा’ जी हैं। इसका विशेष नाम ‘सुमंगला’ है। यह भद्रा संज्ञक तिथि है। सोमवार और शुक्रवार को द्वितीया तिथि मृत्युदा होती है।

लेकिन बुधवार के दिन दोनों पक्षों की द्वितीया में विशेष सामर्थ होता है और यह सिद्धिदा हो जाती है, अर्थात इसमें किये गये सभी कार्य शुभ और सफल होते हैं। द्वितीया तिथि को चारो वेदो के रचियता ब्रह्मा जी का स्मरण करने से कार्य सिद्ध होते है।

व्यासलिखित पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी के चार मुख हैं, जो चार दिशाओं में देखते हैं। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा को स्वयंभू (स्वयं जन्म लेने वाला) और चार वेदों का निर्माता माना गया है।

ब्रह्मा की उत्पत्ति विष्णु की नाभि से निकले कमल से मानी गयी है। मान्यता है कि ब्रह्मा जी के एक मुँह से हर वेद निकला था।

देवी सावित्री ब्रह्मा जी की पत्नी, माँ सरस्वती ब्रह्मा जी की पुत्री, सनकादि ऋषि, नारद मुनि और दक्ष प्रजापति इनके पुत्र और इनका वाहन हंस है। ब्रह्मा जी ने अपने चारो हाथों में क्रमश: वरमुद्रा, अक्षरसूत्र, वेद तथा कमण्डलु धारण किया है।

नक्षत्र (Nakshatra)- धनिष्ठा

नक्षत्र के स्वामी ( Nakshatra Ke Swami ) – धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी मंगल और देवता वसु हैं। 27 नक्षत्रों में से धनिष्ठा नक्षत्र 23वां नक्षत्र है। ‘धनिष्ठा’ का अर्थ होता है ‘सबसे अधिक धनवान’।

यह नक्षत्र एक ड्रम के आकार का सा माना जाता है, जिसे ‘सबसे अधिक सुना जाने वाला’ कहते है।

वैदिक ज्योतिष में आठ वसुओं को इस नक्षत्र का अधिपति देवता माना गया है, वसु श्रेष्ठता, सुरक्षा, धन-धान्य आदि वस्तुओं के ही दूसरे नाम भी हैं।

धनिष्ठा नक्षत्र सितारा का लिंग महिला है। धनिष्ठा नक्षत्र का आराध्य वृक्ष: शमी, तथा स्वाभाव शुभ होता है ।

धनिष्ठा नक्षत्र के लिए भाग्यशाली संख्या 8 और 9, भाग्यशाली रंग चमकीला स्लेटी, ग्रे, भाग्यशाली दिन शुक्रवार और बुधवार होता है ।

धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे जातको को नित्य तथा अन्य सभी को आज “ॐ धनिष्ठायै नमः ” मन्त्र की एक माला का जाप अवश्य करना चाहिए।

योग(Yog) – सिद्धि – 20 :23 PM तक तत्पश्चात व्यतिपात

प्रथम करण : – कौलव – 08:04 AM तक

द्वितीय करण : –तैतिल – 19:50 PM तक तत्पश्चात गर

गुलिक काल : – शुक्रवार को शुभ गुलिक दिन 7:30 से 9:00 तक ।

दिशाशूल : शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दही खाकर जाएँ ।राहुकाल (Rahukaal)-दिन – 10:30 से 12:00 तक।

सूर्योदय -प्रातः 07:20

सूर्यास्त – सायं : 05: 41

विशेष – द्वितीया को नींबू का सेवन नहीं करना चाहिए।

आज का शुभ मुहूर्तः अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 16 मिनट से 2 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 4 मिनट से 12 बजकर 58 मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम 5 बजकर 36 मिनट से 6 बजे तक। अमृत काल शाम 6 बजकर 48 मिनट से 8 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। सुबह 8 बजकर 34 मिनट से 9 बजकर 55 मिनट तक लाभ चौघड़िया और दोपहर 12 बजकर 36 मिनट से 1 बजकर 56 मिनट तक शुभ चौघड़िया रहेगी।

आज का अशुभ मुहूर्तः राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 9 बजकर 21 मिनट से 10 बजकर 3 मिनट तक इसके बाद दोपहर 12 बजकर 52 मिनट से 1 बजकर 34 मिनट तक। वर्ज्य काल सुबह 9 बजकर 7 मिनट से 10 बजकर 44 मिनट तक।

आज के उपायः आज के दिन मां लक्ष्‍मी को लाल पुष्‍प चढ़ाएं। ऐसा करने से भगवान लक्ष्‍मीनारायण आप पर प्रसन्‍न होंगे।

“हे आज की तिथि ( तिथि के स्वामी ), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज का पञ्चाङ्ग, 18 अक्तूबर 2023; (बुधवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय, आज चतुर्थ नवरात्र पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करें..

आज का पञ्चाङ्ग, 09 जून 2023; (शुक्रवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

गुरुवार का पंचांग : 08 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

बुधवार का पञ्चाङ्ग: 07 जून 2023, आज गणेश चतुर्थी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त कब से कब तक, पढ़ें आज का पञ्चाङ्ग..

मंगलवार का पंचांग: 06 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज सोमवार का पंचांग: 05 जून 2023; जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

आज का पंचांग: 04 जून 2023; आज ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा, जानें मुहूर्त और शुभ योग का समय..

आज का पंचांग 12 अप्रैल 2023 बुधवार: आज शीतला सप्तमी व्रत, जानें आज के मुहूर्त और शुभ योग

सोमवार का पंचांग : 27 मार्च 2022; जानिए आज के शुभ मुहूर्त का समय..

गुरुवार का पंचांग : 16 मार्च, 2023; देखें आज का शुभमुहूर्त और शुभयोग का समय ..