सोलन: पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को सोलन में अगला विधानसभा चुनाव न लड़ने का एलान तो किया, लेकिन इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने अपना बयान बदलते हुए चुनाव लड़ने की बात कही। वीरभद्र सिंह इन दिनों सोलन जिले के कुठाड़ स्थित अपने ससुराल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। गुरुवार को वीरभद्र सिंह कुनिहार में पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ समारोह में शिरकत करने आए थे। उन्होंने जिप चुनाव में डुमैहर और दाड़ला से पार्टी प्रत्याशियों की कम मतों से हार पर कहा कि पार्टी में गद्दार घुस आए हैं, उनका पर्दाफाश किया जाए।
यहां वीरभद्र सिंह के चुनाव न लड़ने का एलान करने के बाद एक बार तो प्रदेशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया, लेकिन इसके बाद वीरभद्र सिंह के कुठाड़ राजमहल लौटते ही जिला सोलन सहित शिमला, रोहडू और रामपुर से सैकड़ों समर्थक भी वहां पहुंच गए। समर्थकों ने उनसे मुलाकात कर अगला विधानसभा चुनाव लड़कर जनता की सेवा करने का आग्रह किया। अपने समर्थकों की जिद के बाद वीरभद्र सिंह ने थोड़ा समय पहले चुनाव न लड़ने के अपने बयान से पलटते हुए कहा कि अगर जनता ने चाहा तो वह अपना फैसला बदलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
इसके बाद रात को वीरभद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा- मेरा चुनाव लड़ना या न लड़ना भविष्य के गर्व में छिपा है। जो सक्रिय राजनीति में है उन्हें एक ना एक दिन रिटायरमेंट लेनी है। यह एक सत्य हैं , लेकिन कब लेनी हैं यह प्रदेश की जनता और उस समय की राजनीतिक परिस्थितियां तय करेगी।
वीरभद्र ने आगे लिखा- प्रदेश के लोगों ने मुझे हमेशा बहुत प्यार और मान सम्मान दिया हैं और छह बार प्रदेश का मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर प्राप्त करवाया हैं। अतः राजनीति से सन्यास के विषय को में भविष्य की राजनीतिक गतिविधियों पर छोड़ता हूं। कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए पूरे जोश के साथ लोगों के बीच आ जा रहा हूं। इसलिए इस तथ्य को गंभीरता से ना लिया जाए, जब तक मां भीमाकाली चाहेंगी मैं प्रदेश की सेवा करता रहूंगा।