शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। 20 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र में 17 बैठकें रखी गई है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर 6 मार्च को अपने कार्यकाल के चौथा बजट पेश करेंगे।
सत्र में कुल 880 सवाल गूंजेंगे। बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, सीपीआईएम से राकेश सिंघा और मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा मौजूद रहे।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने बताया कि सत्र में 2 गैर सदस्यीय दिवस रखे गए है। इस बार भी कारोना के चलते 1200 की जगह 400 पास ही जारी किए गए है। सदस्यों की तरफ से अभी तक 650 तारांकित व 230 अतारांकित सवाल आ चुके है। इनमें से 530 प्रश्न ऑनलाइन आए हैं। अभी तक नियम 101 के तहत 4 विषयों पर चर्चा मांगी गई है जबकि 130 के तहत 2 चर्चाएं मांगी गई हैं।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान सीपीआईएम के विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि हिमाचल पर भी कारोना की मार पड़ी है। किसान बागवान परेशान है, महंगाई चरम पर है। सरकार प्रदेश को अलग दिशा में ले जाना चाहती है। सरकार ये न समझे कि जनता के मुद्दों को सदन में उठाया नहीं जाएगा। सरकार के पास बहुमत है लेकिन वह आम जन की समस्याओं को हर स्तर तक उठाएंगे।
वन्ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि सरकार सत्रों से भागती रही है। तीन साल से सरकार सत्र की बैठकें पूरी नही कर पाई है। सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़ी है, झूठी घोषणाओं में माहिर है जबकि डिलीवरी में फेल है। कर्ज़ की बैशाखियों के सहारे चली हुई है। विपक्ष महंगाई, किसान आंदोलन सरकार के झूठ के मुद्दों को सदन में उठाएगा।