ऑटो-टैक्सी चालकों की यूनियन ने 22 मार्च को केंद्र व राज्य सरकारों की नीतियों के विरोध में 22 मार्च को हड़ताल का ऐलान किया है। यह हड़ताल राष्ट्रीय परमिट का शुल्क बढ़ाने, पैनिक बटन की अनिवार्यता, चालान के भारी जुर्माने सहित अन्य मुद्दों के विरोध में होगी।
सोलन: टैक्सी यूनियन ने 22 मार्च को हड़ताल का एलान किया है। प्रदेश सरकार की नई टैक्सी पॉलिसी 2021 को एक अप्रैल से लागू किया जा रहा है। इसमें बाहरी राज्यों को जाने वाली टैक्सियों को 26 हजार जबकि 23 सीटर वाहन चालकों को तीन लाख तक टैक्स सालाना चुकाना पड़ेगा।
वहीं पेट्रोल-डीजल, फर्जी टैक्सियां और नए टैक्स लागू करने पर यूनियन ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। सोमवार को जिला भर की 700 टैक्सियों के पहिये थम जाएंगे। आगामी दिनों में यूनियन राज्य स्तरीय बैठक कर आंदोलन की रणनीति तैयार करेगी।
उधर, टैक्सी यूनियन के उपप्रधान मदन लाल ने कहा कि 22 मार्च को देश भर में टैक्सी यूनियन की हड़ताल है। शहर में 700 टैक्सियां नहीं चलाई जाएंगी। सरकार के नए टैक्स और बढ़ती महंगाई पर राज्य स्तरीय बैठक कर आंदोलन की तैयारी चल रही है। सोमवार को कोई भी टैक्सी सेवाएं नहीं देगी।