कोरोना का असर: इस बार भी नहीं लगेगा सेरीघाट का ऐतिहासिक ''फसल मेला'', दूसरी बार टूटी परंपरा
अर्की : (ओ.पी.ठाकुर); कोरोना वायरस के चलते इस बार भी धार वाले देवता के मूल स्थान सेरीघाट में नई फसल वार्षिक पर्व का आयोजन नही होगा। मन्दिर के मुख्य पुजारी मनोहर लाल गर्ग ने कहा कि इस वर्ष 16 मई को 2021 को नई फसल की पूजा का वार्षिक पर्व होना है लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने के बाद प्रदेश सरकार ने मेलों के आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण इस दिन 16 मई को पूजा अर्चना की रश्में निभाई जाएगी, लेकिन मेले का आयोजन नहीं होगा।
हर बर्ष मई माह के ज्येष्ठ रविवार को नई फसल की पूजा के वार्षिक पर्व पर दूर दूर से ग्रामीण जिला सोलन के सेरीघाट में अपने देवता देव धार वाले देओ के मूल स्थान में नई फसल का चढ़ावा अर्पित करते है। हजारों की संख्या में लोग कुल देवता के दर्शन करते है लेकिन इस वर्ष सरकार की गाइडलाइन के तहत परंपरा का निर्वहन सूक्ष्म रूप से किया जाएगा।
ऊँ सूढ़ देवाय नमः
मुख्य पुजारी मनोहर लाल गर्ग की जनता से अपील मुख्य पुजारी मनोहर लाल गर्ग की जनता से अपील
प्रिय भक्तों जैसा कि आप सभी को विदित है कि 16 मई 2021 रविवार को धार वाले देवता के मूल स्थान सेरीघाट सहित प्रदेश के सभी स्थानों (चोंरियों) पर ज्येष्ठ मास की नई फसल की पूजा का वार्षिक पर्व है, किन्तु इस वर्ष वैश्विक माहवारी कोरोना के चलते सरकार द्वारा सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश है।
अतः आप सभी से विनम्र प्राथना है कि आप सब भी अपने व अपने देश समाज के हित में सरकार के आदेश का पालन करें। मन्दिर कमेटी सेरीघाट ने भी यह निर्णय लिया है कि इस बार मेले को परम्परा के अनुसार सुबह 9:00 बजे मंदिर कमेटी के द्वारा ही पूजा की जाएगी तथा देवता जी के पूरे प्रजामण्डल के कुशल क्षेम के लिये प्रार्थना की जाएगी। आप सभी से भी प्रार्थना है कि आप जहां भी हो वहीं से सुबह 9:00 बजे देवता जी से अपने परिवार समाज व पूरे देश के लिए मंगल कामना करें।
आशा करता हूँ कि आप सभी मेरे इस संदेश को आगे से आगे बढाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जाकरुक करेंगें। जब स्थिति सामान्य हो जाए तब ही अपनी फसल का चढ़ावा लेकर मंदिर आयें। अभी घर पर रहें सुरक्षित रहें।
धन्यवाद !
निवेदक :- मुख्य पुजारी मनोहर लाल गर्ग
मूल स्थान सेरीघाट
जिला सोलन (हिमाचल प्रदेश)