अर्की : (कमल ठाकुर); अर्की: कुंहर पंचायत के घड़याच गांव में बना पेयजल भंडारण टैंक अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सैकड़ों बार विभाग को चेताने के बाद भी जल शक्ति विभाग क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। लोगों ने कई बार मीडिया के माध्यम से भंडारण टैंक की जर्जर हालत के बारे विभाग को अवगत करवाया लेकिन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।
एक वर्ष से लोग टैंक में ढक्कन के ना होने की शिकायतें कर रहे थे लेकिन इस साल मानसून की पहली बारिश में ही टैंक की पूरी छत धराशायी हो गई है। क्षतिग्रस्त पेयजल टैंक में बारिश का पानी, जगली जानवर, सांप, बिच्छू से पानी के गंदा होने के साथ जहरीला होने का भी खतरा बना हुआ हैं।
टैंक की छत धराशायी हुए दो महीने हो गए हैं अभी तक टैंक चारों तरफ से खुला पड़ा है जलशक्ति विभाग ने आजतक पानी भंडारण टैंक को कवर तक नही किया है। इससे ग्रामीणों को बरसात के इस मौसम में जलजनित रोग फैलने का डर है। अर्की उपमंडल की 5 पंचायतों कुंहर, जघून, शहरोल, बड़ोग और बलेरा को इस भंडारण टैंक से पानी सप्लाई किया जा रहा है। इन पंचायतों के लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं।
स्थानीय निवासी ओम प्रकाश ठाकुर, भुवनेश ठाकुर, लाल चंद ठाकुर, नरपत राम, अमर सिंह ठाकुर, कमल ठाकुर, वीरेंद्र ठाकुर, प्रेम लता ठाकुर, जमना ठाकुर, दुर्गा राम ठाकुर, केशव राम ठाकुर ने बताया कि कई बार ग्रामीण व ग्राम पंचायत संबंधित विभाग को अवगत कराया लेकिन विभाग किसी की नही सुन रहा है। बीते एक वर्ष से आईपीएच विभाग नए टैंक के एस्टिमेट बनाने की बात कर रहा है लेकिन अभी तक धरातल पर कुछ नही हुआ है।
वहीं जल शक्ति विभाग के जेई जगदीप तोमर से जब हमने सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने एस्टीमेट बना कर उच्चाधिकारियों को भेज रखा है 15 दिनों के भीतर नए जल भंडारण टैंक का काम शुरू कर दिया जाएगा।