शिमला: देवी दुर्गा का सातवां रूप कालरात्रि का है जिनकी पूजा सातवें नवरात्र को की जाती है। माता कालरात्रि की पूजा नकारात्मकता का नाश करने वाली हैं। कालरात्रि के बोध से समस्त ग्रह-बाधाएं स्वमेव नष्ट हो जाती हैं। शिमला के कालीबाड़ी मन्दिर में माँ कालरात्रि की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है।
शिमला के काली बाड़ी मन्दिर में सुबह से श्रद्धालु काली माता के दर्शन करने पहुंच रहे है। मन्दिर के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि माँ कालरात्रि भक्तों का कल्याण करने वाली है। कालरात्रि की पूजा से सारी नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है।
उन्होंने बताया कि माँ कालरात्रि के बाल बिखरे हुए हैं माँ स्वास लेती है तो ज्वाला निकलती है। कालरात्रि के पूजन से जीवन में उजाला हो जाता है।
उन्होंने बताया कि आज विश्व कोरोना से ग्रस्त है। यह मनुष्य के कर्मो का फल है। सभी को सदमार्ग पर चलकर माँ की भक्ति करनी चाहिए।