पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रविवार यानी 17 अक्टूबर को लगातार चौथे दिन तेजी देखने को मिली। दाम में एक और वृद्धि के बाद देशभर में तेल का भाव नए रिकॉर्ड तोड़ स्तर पर पहुंच गया है। अक्टूबर महीने की बात करें तो कुछ दिन छोड़कर तकरीबन हर रोज ईंधन में दाम में इजाफा किया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल पेट्रोल बढ़कर 105.84 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। जो शनिवार को 105.49 रुपये पर था। वहीं, डीजल 94.22 रुपये लीटर से चढ़कर 94.57 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। ऐसे में विदेशों के सीमावर्ती क्षेत्र के लोग सस्ते की जुगाड़ में नेपाल का रुख कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं, बिहार से नेपाल की सीमा से सटे इलाकों की, जहां लोग सीमा पार से पेट्रोल-डीजल खरीद रहे हैं..
नई दिल्ली : भारत के अधिकतर शहरों में पेट्रोल तो पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर के पार चला गया था और लगातार बढ़ रही कीमतों की वजह से डीजल ने भी अब शतक लगाने के करीब है, जबकि भारत के पड़ोसी देशों जैसे नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान में यहां से काफी सस्ता पेट्रोल बिक रहा है।
नतीजा यह हुआ कि नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों पर बसे इलाकों के लोगों के लिए नेपाली पेट्रोल पंप वरदान साबित हो रहे हैं। पेट्रोल-डीजल के लिए भारतीय सीमाई इलाकों के लोग सीमा से लगे नेपाली पेट्रोल पंपों से दोपहिया वाहन और चार पहिया वाहनों लेकर पहुंच रहे हैं।
बता दें कि जब मीडिया ने सीतामढ़ी जिले के सोनवरसा से सटे सर्लाही जिले के मलंगवा बॉर्डर के पेट्रोल पंप पर भारतीय नंबर की गाड़ियों की कतार लगी देखी और पूछने पर लोगों ने बेझिझक बताया कि कीमत में काफी अंतर होने के कारण वो नेपाल में तेल लेने आते हैं।
नेपाली पेट्रोल पंप कर्मी वरुण कुमार गोसाईं ने बताया कि आज की भीड़ तो कुछ भी नहीं है। भारत में नवमी व दशहरे पर्व के चलते भीड़ कम है वरना अन्य दिनों में लंबी कतार के कारण तेल देने में उन्हें परेशानी होती है।
वहीं इस मुद्दे पर सर्लाही जिले के पार्टी कोटे से मनोनीत सांसद सह पूर्व विधि मंत्री नेपाल सरकार नागेंद्र कुमार राय ने बताया कि भारतीय लोग नेपाल से तेल ले जाएं, नेपाल सरकार ऐसा कभी नहीं चाहती और वहां के लोग चोरी कर ऐसा करते हैं और गलत कर रहे हैं।