शिमला : (हिमदर्शन समाचार); निजी विश्व विद्यालयों की मनमानियों पर शिकंजा कसने के बाद अब निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग निजी कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है जिसके लिए कमेटी का गठन भी कर दिया गया। इसके अलावा नियामक आयोग बेरोजगारों के लिए 25 नवंबर को सोलनजेपी यूनिवर्सिटी में रोजगार मेले का आयोजन कर रहा है। ये बात निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल अतुल कौशिक ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
हिमाचल प्रदेश निज़ी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग 25 नवंबर को प्रदेश के 16 निजी विश्व विद्यालय के छात्रों के जेपी यूनिवर्सिटी में रोजगार मेले का आयोजन कर रहा।यह पहला मौका है जब सभी निजी विश्व विद्यालय एक साथ इस रोजगार मेले में भाग लेंगे।प्रदेश के 300 बेरोजगार छात्र इस मेले में हिस्सा लेंगे और 43 निजी कंपनियां भाग ले रही हैं।
कोविड के बाद पहली बार इस तरह के रोजगार मेले का नियामक आयोग आयोजन कर रहा है।इसके बाद अगले वर्ष मार्च और सितंबर में प्रदेश स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमें 10वीं से लेकर डिग्री धारकों को नौकरी दी जाएगी।
निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल अतुल कौशिक ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 17 निज़ी विश्वविद्यालय है। 16 में से 6 यूनिवर्सिटी NAAC की मान्यता प्राप्त हैं। 500 प्राइवेट इंस्टिट्यूट है। हिमाचल में हॉस्पिटल कम जबकि नर्सिंग कॉलेज ज़्यादा है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 48 नर्सिंग कॉलेज है। जिनमें नर्सिंग कर रही लड़कियों को प्रशिक्षण के लिए हॉस्पिटल कम पड़ रहे है। नर्सिंग व बीएड कॉलेज में ज़्यादा अवहेलना हो रही है। निजी विश्व विद्यालयों में शिकंजा कसने बाद अब निजी कॉलेजो और कोचिंग संस्थानों पर आयोग की नजर है।