बिलासपुर : (हिमदर्शन समाचार); नैना देवी 51 शक्तिपीठों में से एक है। मान्यता है कि यहीं सती की आंखें गिरी थीं। यूं तो मां के दरबार में हर वक्त भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन चैत्र नवरात्र दुर्गा अष्टमी के दिन यहां श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुटती है। आज सुबह से माँ के दरबार मे भक्तों की आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है। माँ के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी लम्बी कतारें लगी हुई है।
श्री नैना देवी मंदिर से दुर्गा अष्टमी पर कीजिए माता जी के दर्शन
मंदिर के मुख्य भवन में प्रवेश करते ही मां के दरबार की झलक मिल जाती है। मां नैना देवी यहां स्वयं भू-पिंडी के रूप में पूजी जाती हैं। इस शक्ति पीठ में सती के नेत्र गिरे थे, इसलिए इस मंदिर का नाम नैना देवी पड़ा है।