शिमलाः (हिमदर्शन समाचार); पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में विपक्ष लगातार हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग कर रहा है। विपक्ष को सीबीआई की जांच पर भरोसा नहीं है। इस पर सीएम ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जैसे ही मामला उनके ध्यान में आया उन्होंने तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इस मामले से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है कॉन्ग्रेस पहले सीबीआई की जांच की मांग कर रही थी अब जब जांच सीबीआई को दे दी गई है तब वह राजनीतिक मकसद से कुछ और कह रहे हैं।
कांग्रेस इससे राजनीतिक मकसद हासिल करना चाह रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सीबीआई जांच शुरू नही करती तबतक एसआईटी अपना काम कर रही है जो भी दोषी होंगे सब सलाखों के पीछे होंगे।
बता दें कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार ने एसआईटी गठित करके जांच शुरू कर दी थी। लेकिन प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा गठित एसआईटी की जांच पर सवाल उठा रही थी। कांग्रेस का कहना था कि उन्हें एसआईटी पर भरोसा नही है इसलिए उन्होंने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया और मांग करने लगे कि इस मामले की जांच SBI से करवाई जाए। प्रदेश का माहौल खराब न हो इसलिए सीएम जयराम ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के शिफारिश कर दी। लेकिन अब इस मामले को जांच सीबीआई से करवाने को लेकर भी जांच पर निशान खड़े कर रहा है।
पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में विपक्ष अब हाईकोर्ट के सिटिंग जज से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है। कांग्रेस द्वारा मामले की एसआईटी जांच के बाद सीबीआई के जांच की मांग करना और सरकार द्वारा सीबीआई जांच की मंजूरी देने के बाद फिर कांग्रेस द्वारा मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने के लिए अड़े रहने के रैवये से साफ जाहिर हो रहा है कि विपक्षी दल ये सब राजनीतिक मक़सद से कर रहा है - सीएम जय राम ठाकुर