चुनाव के समय नेताओं द्वारा आम लोगों को बुनियादी सुविधा देने के बड़े बड़े वादे किए जाते है, लेकिन बाद में आम लोग सुविधाओं के लिए तरसते रह जाते हैं। इसकी मिसाल बस अड्डा अर्की की अति खस्ता हालत से मिलती है। अर्की बस अड्डे की स्थिति बदतर होती जा रही है, लेकिन कोई इसकी सुध नहीं ले रहा है। हिमाचल पथ परिवहन निगम व सरकार व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को इसकी कोई परवाह नहीं है। हालात यह है कि बस स्टैंड खस्ताहाल हो चुकी है जगह जगह पड़े गड्ढे, यात्रियों व बस चालकों के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं। बरसात की अभी शुरुआत होने जा रही है। सोमवार को सुबह हल्की बारिश होने के कारण स्थिति और भी बद्तर हो गई, आगे भरी बरसात में क्या होगा इसकी कल्पना बस स्टैंड में बने पानी के तालाब से की जा सकती है। बरसात में यहां पर चलना फिरना तक मुश्किल हो जाता है। गड्ढों के गंदे पानी के छींटे लोगों पर पड़ने से लोगों परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है..पढ़े पूरी खबर..
सोलन/अर्की : (हिमदर्शन समाचार); हिमाचल प्रदेश सरकार विकास के दावे तो करती है, लेकिन अर्की मुख्यालय में बना बस स्टैंड आज भी बदहाल स्थिति में है। रोजाना उपमंडल मुख्यालय के बस स्टैंड अर्की से कई सरकारी व निजी बसों का आवागमन होता है। लेकिन इस बस स्टैंड पर पड़े गड्ढों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, जिससे आए दिन लोगों व वाहन चालकों को परेशान होना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बस स्टैंड को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि बस स्टैंड में गड्ढे पड़े हैं कि गड्ढों में बस स्टैंड बना हुआ है। बारिश होने पर इन गड्ढों में पानी भरने से तालाब की स्थिति बनने के कारण बस में चढ़ने व उतरने वाले यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं कई बार गाड़ियों का इन गड्ढों के कारण काफी नुकसान भी हो चुका है। लोगों का कहना है कि जब से यह बस स्टैंड बना है तब से लेकर आज दिन तक इसकी मरम्मत नहीं हो पाई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि चुनाव के दौरान सभी पार्टियों के उमीदवार विकास की बड़ी बड़ी डींगें हांकते है लेकिन चुनाव जितने के बाद सब भूल जाते हैं। बता दें कि इस बस स्टैंड में रोजाना करीब 70 रुपये बस स्टैंड में प्रवेश करने की फीस बसूली जाती हैं, लेकिन इतने वर्षो तक फीस देने के बावजूद इस बस स्टैंड की न दशा सुधारी गई है न ही इसकी दिशा तय की गई है।
निजी बस चालकों का कहना कि इन गड्ढों की वजह से कई बार उनके वाहनों का नुकसान हो चुका है। उन्होंने विभाग से कई बार कहा कि इस बस स्टैंड का जल्द से जल्द जीर्णोद्धार किया जाए। बता दें कि अर्की के इस बस स्टैंड से रोजाना शिमला, बिलासपुर, सोलन सहित अन्य जिलों के अलावा बाहरी राज्यों के लिए बसें चलती हैं, लेकिन आज दिन तक इस बस स्टैंड का सुधार नहीं किया गया है। सारे नेता चाहे कांग्रेस के हो या बीजेपी सभी मूकदर्शक बने हुए है।
पिछले 6 महीनों से मीडिया उठा रहा है अर्की बस स्टैंड की खस्ताहाल की समस्या, सरकार और प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि बने है मूकदर्शक, इनके कान पर जूं तक नही रेंग रही है..
पिछले 6 महीनों से मीडिया उठा रहा है अर्की बस स्टैंड की खस्ताहाल की समस्या, सरकार और प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि बने है मूकदर्शक