हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने की केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी दिलाकर भाजपा ने हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार के गृह जिला में चुनावी वर्ष में सेंध लगाई है। भाजपा ने हाटी समुदाय की यह मांग मानकर आगामी चुनावों को देखते हुए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की रणनीति बनाई है। वर्षों से लंबित चल रही हाटी समुदाय के लोगों की इस मांग को पूरा कर हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से डेढ़ महीने पहले बड़ी सियासी चाल चली है।
मुख्यमंत्री ने ट्रांस गिरी क्षेत्र को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया..
शिमलाः (हिमदर्शन समाचार); मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सिरमौर जिला के ट्रांस गिरी क्षेत्र के लोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार और विशेष तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। केन्द्रीय मंत्रिमण्डल ने आज नई दिल्ली में आयोजित बैठक में इसे स्वीकृति प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने ट्रांस गिरी क्षेत्र के लोगों को पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड के लोगों के समान अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करने की चिर लम्बित मांग को पूरा किया है क्योंकि इन क्षेत्रों की संस्कृति और भौगोलिक स्थिति एक-दूसरे से मिलती-जुलती है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय से सिरमौर जिले की 1.60 लाख से अधिक की आबादी लाभान्वित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय क्षेत्र के लोगों की समृद्ध संस्कृति और परम्पराओं के संवर्द्धन और क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने के पश्चात केन्द्रीय नेतृत्व के समक्ष इस मामले को प्रभावी ढंग से रखा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय नेतृत्व ने हाटी समुदाय के इस भावनात्मक मुद्दे में विशेष रूचि व्यक्त की थी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता की उचित मांगों को पूर्ण करने के लिए सदैव तत्पर है और इस मामले को केन्द्र सरकार के समक्ष प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया जिसके सार्थक परिणाम आज सामने आए हैं।
बता दें कि निकटवर्ती शिमला जिले के चौपाल और कुपवी क्षेत्र के लोग भी अब कहने लगे हैं कि उनकी संस्कृति भी हाटियों से मिलती-जुलती है तो उन्हें भी यह दर्जा दिया जाए। इससे निकटवर्ती अन्य क्षेत्रों की भी जनजातीय दर्जा पाने की आस बढ़ गई है। कुल मिलाकर भाजपा ने इस फैसले से मतदाताओं की नब्ज को भी छुआ है। भाजपा इसका लाभ लेने की आगामी दिनों में स्वाभाविक रूप से रणनीति बनाएगी और अभी तक उपेक्षा करने का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस पर हमलावर रुख में नजर आएगी।