शिमला शहरी से मौजूदा विधायक और मंत्री सुरेश भारद्वाज का विधानसभा क्षेत्र बदला गया है। उन्हें शिमला से सटे कुसुमपट्टी से उतारा गया है। वहीं, मंत्री राकेश पठानिया अब फतेहपुर से चुनाव लड़ेंगे। वह पहले नुरपूर से चुनाव लड़ते थे । पढ़ें पूरी खबर विस्तार से..
शिमला : (हिमदर्शन समाचार); भारतीय जनता पार्टी में टिकट आवंटन के बाद विरोध के स्वर उठने लगे हैं। कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज को शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र शिफ्ट करने पर विरोध शुरू हो गया है। भाजपा शिमला मंडल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज के घर पर जुटकर सीट बदलने का विरोध कर रहे हैं।
शिमला मंडल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जब शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य किए, तो आखिर किस आधार पर उन्हें उनकी सीट बदली गई। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि सुरेश भारद्वाज को शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से ही टिकट दी जाए।
वहीं, इस मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि पार्टी ने सोच-समझकर उन्हें टिकट दी है, लेकिन कार्यकर्ताओं में टिकट को लेकर नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता उनके साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में उनकी बात सुनना भी जरूरी है। सुरेश भारद्वाज ने पार्टी आलाकमान पर विश्वास जाहिर किया है। सुरेश भारद्वाज ने पार्टी के निर्णय को सर्वमानय करार दिया।
गौरतलब है कि भाजपा की पहली लिस्ट में बड़े चौंकाने वाले फेरबदल किए गए हैं। प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 62 उम्मीदवारो के नामों का ऐलान कर दिया है। कुल्लू, रामपुर, बड़सर, हरोली, देहरा और ज्वालाजी से अभी उमीदवारों का ऐलान होना बाकी है।
जारी लिस्ट के मुताबिक, भाजपा ने 11 सीटिंग विधायकों का टिकट काटा गया है। साथ ही 2 सीटिंग मंत्रियों की सीट बदली गई है उधर, एक मंत्री के बदले उनके काटकर बेटे को दिया गया है।
इन नए चेहरों को बीजेपी ने खेला दाव..
बीजेपी ने किन्नौर से सूरत नेगी, शिमला ग्रामीण से रवि मेहता, शिमला शहरी से संजय सूद, ठियोग से अजय श्याम, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, सुजानपुर से सेवानिवृत्त कैप्टन रंजीत सिंह, भोंरंज से डॉक्टर अनिल धीमान, धर्मपुर से रजत ठाकुर, पालमपुर से त्रिलोक कपूर, धर्मशाला से राकेश चौधरी, कांगड़ा से पवन काजल, जवाली से संजय गुलेरिया, नूरपुर से रणवीर सिंह निक्का, चंबा से इंदिरा कपूर, भाजपा ने मंडी के द्रंग से जवाहर ठाकुर का टिकट काट दिया है। वहां से पूर्ण चंद को टिकट दिया गया है। इसके अलावा, करसोग से हीरा लाल का टिकट काटा गया है। उनकी जगह दीप चंद को टिकट गया है। कुल्लू से आनी सीट से विधायक किशोरी लाल का टिकट कट गया है। उनकी जगह लोकेंद्र कुमार को टिकट दिया गया है। धर्मशाला से विशाल नेहरिया का टिकट कट गया है। उनकी जगह राकेश चौधरी को टिकट दिया गया है। भोरंज से विधायक कमलेश कुमारी का टिकट कट गया है। उनकी जगह अनिल धीमान को उम्मीदवार बनाया गया है। भरमौर से जिया लाल का टिकट काटकर आईजीएमसी के सीनियर डॉक्टर जनक राज को टिकट दिया गया है।
हिमाचल विधानसभा चुनाव: BJP ने जारी की 62 उम्मीदवारों की सूची, देखें कौन कहाँ से लड़ रहा चुनाव..!
बता दें कि प्रदेश में जब नई सरकार गठित होती है तो मुख्यमंत्री के इलावा प्रदेश में 11 कैबिनेट मंत्री बनाए जातें है। और विधायक जो मंत्री बनता है वह किसी एक विशेष विधानसभा क्षेत्र का ही नही बल्कि पूरे प्रदेश का मंत्री होता है । उसे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बराबर विकासात्मक कार्य करवाने चाहिए ताकि समूचे प्रदेश का बराबर विकास हो। लेकिन मंत्री बनने के बाद अधिकतर मंत्री अपने अपने हलकों में ही विकासात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने में जुट जाते है और अन्य क्षेत्र विकास की दृष्टि से पीछे रह जातें। यही नही बल्कि कई मंत्री तो अन्य विधानसभा हलकों का बजट भी अपने विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसफर कर देतें है। यही कारण है कि चुनाव में सीटों के फेरबदल के बाद अन्य क्षेत्रों में मंत्री रहे नेता को भी करारी हार का सामना करना पड़ता है।