शिमला: हिमाचल में सरकार बदलने की सुगबुगाहट के बीच अफसर लॉबी भी एक्टिव मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के करीबी अफसर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के निजी आवास होली लॉज में जाकर हाजिरी भरने लगे हैं। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के साथ अपने रिश्तों की दुहाई देकर अफसर कांग्रेस के करीब होने का प्रयास कर रहे हैं।
अफसरों की होली लॉज में जाकर हाजिरी भरने की यह बात प्रदेश सचिवालय में चर्चा का विषय बनी हुई है। अधिकारी और कर्मचारी दबी जुबान में इसे नई सरकार के साथ सैटिंग की बात कह रहे हैं। हॉली लॉज में हाजिरी भरने वाले 2 अधिकारी जयराम सरकार में पूर्व मुख्य सचिव के पद पर रह चुके हैं और दूसरे अधिकारी खुद को मुख्य सचिव की दौड़ में पहले नंबर पर मान रहे हैं।
जयराम सरकार में भी यह दोनों अधिकारी मलाईदार पोस्ट पर रहे हैं और अब नई सरकार की आहट के बीच अधिकारी फिर से अपनी सेटिंग करने में जुट गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आने वाले समय में राज्य सरकार में कई ऐसे बड़े पद हैं, जो खाली होने वाले हैं।
इसमें मुख्य सचिव की कुर्सी 31 दिसंबर को खाली होने वाली है। मुख्य सचिव RD धीमान इस महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसी पद को हासिल करने के लिए ऑफिसर लॉबी एक्टिव मोड में आई है। इस बीच अगर सत्ता परिवर्तन हो जाता है तो भी अधिकारियों ने बिना कोई रिस्क लिए हॉली लॉज में हाजिरी भरना शुरू कर दिया है।
क्या अफसरों की मूवमेंट भी सत्ता परिवर्तन का दे रही संकेत !
हिमाचल में अफसरों की इस तरह की मूवमेंट भी सत्ता परिवर्तन का संकेत दे रही है। हालांकि एग्जिट पोल में कोई भाजपा को जीता रहा है तो कोई कांग्रेस के पक्ष में है, लेकिन अफसरों को लग रहा है कि भाजपा का जाना तय है। इसलिए अफसर मौके की नजाकत को देखते हुए सैटिंग करने में जुट गए हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार कांटे की टक्कर नजर आ रही है। BJP ने ‘मिशन रिपीट’ का नारा दिया। वोटरों ने इस नारे की तरफ भी दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि राज्य के वोटर 5 साल बाद सरकार बदलने की परंपरा की तरफ भी रुझान दिखा रहे हैं।
एग्जिट पोल में बहुत ज्यादा स्थिति स्पष्ट नहीं होने से जनता में नतीजों को लेकर हो रही चर्चाओं से माहौल गर्माया हुआ है। कुछ एग्जिट पोल सर्वे कांग्रेस को 30 से 38 सीटें दे रहें है, तो वहीं कुछ मुताबिक हिमाचल में भाजपा की सरकार बनेगी पर सीटें 44 के मुकाबले 35 रह सकती है। लेकिन प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला एग्जिट पोल सर्वे नही बल्कि 8 दिसम्बर को होने वाली मतगणना के नतीजे तय करेंगे।