सरकार की मध्यस्थता दरकिनार कर ट्रक मालिक और अदाणी कंपनी के प्रतिनिधियों ने रविवार को पंचकूला में की बैठक, ट्रक मालिकों ने अदाणी कंपनी को दिया अल्टीमेटम, बोले - अगर कम्पनी ने सीमेंट प्लांट दो दिन में चालू नहीं किया तो पुराने रेट पर लेंगे वार्षिक वृद्धि, 3 वर्षों से नही बढ़ें है सीमेंट ढुलाई के रेट, पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: ट्रक मालिकों व अदाणी कंपनी का मालभाड़ा विवाद दूर दूर तक सुलझता नजर नही आ रहा है। सीमेंट मालभाड़ा विवाद के 53 दिन बाद सरकार की मध्यस्थता को दरकिनार कर द़ाड़लाघाट के ट्रक मालिक और अदाणी कंपनी के प्रतिनिधियों ने रविवार को पंचकूला में बैठक की, लेकिन बैठक का नतीजा जीरो रहा।
अदाणी कंपनी के अधिकारियों ने सीमेंट ढुलाई का रेट एक अंक में देने का प्रस्ताव रखा, जिससे ट्रक ऑपरेटर उखड़ गए और बैठक बीच में छोड़कर लौट आए। ट्रक ऑपरेटर दो अंकों में मालभाड़ा मांग रहे हैं।
ट्रक मालिकों ने कहा कि सीमेंट प्लांट दो दिन में चालू नहीं किया तो पुराने रेट पर वार्षिक वृद्धि लेंगे। पिछले तीन साल से वृद्धि नहीं हुई है। ट्रक मालिकों का आंदोलन समझौता होने तक जारी रहेगा।
दोनों पक्षों के बीच रविवार को दोपहर 12 बजे बैठक आरंभ हुई जो चार घंटे चली, लेकिन दोनों पक्षों में मालभाड़े पर सहमति नहीं बनी। बैठक में दाड़लाघाट और बरमाणा सीमेंट प्लांटों के प्रमुख, पंचकूला और शिमला कार्यालय से भी अदाणी के अधिकारी उपस्थित रहे।
ट्रक मालिकों के प्रतिनिधियों में सोलन जिला ट्रक आपरेटर यूनियन के प्रधान जयदेव कौंडल, कोषाध्यक्ष काकू बंसल, बाघल लैंड लूजर सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष राम कृष्ण शर्मा भी मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक आज फिर बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर सहकारी सभा (बीडीटीएस) सोमवार को अदाणी समूह के बीच बैठक करेगी। अदाणी समूह ने BDTS के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। हालांकि BDTS के पदाधिकारियों को कहना है कि वे बैठक में मालभाड़े पर चर्चा नहीं करेंगे। वह सिर्फ वहीं पिछले 30 साल से चल रहे नियम और शर्तों पर ही वार्ता करेंगे। मालभाड़ा सरकार ही तय करेगी।