शिमला: मुख्यमंत्री ने 1.84 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 7वीं गृह रक्षा वाहिनी के कार्यालय भवन, 3.52 करोड़ की लागत से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआई) शमशी में निर्मित शहरी आजीविका भवन और छात्रावास, मलाणा में 1.03 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहुद्देशीय भवन और अनुसूचित जाति विशेष घटक योजना के अन्तर्गत 1.24 करोड़ रुपये की लागत से सुम्मा में सरवरी खड्ड पर निर्मित पुल का उद्घाटन किया।
जय राम ठाकुर ने 1.27 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय वरिष्ठ पाठशाला चन्सारी के भवन तथा कुल्लू में 3.52 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले महिला पुलिस थाने के भवन की आधारशिला रखी।
आइटीआई शमशी में लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने हम सभी को सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन करने, फेस कवर और फेस मास्क का उपयोग करने के लिए मज़बूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि कई दिनों के लाॅकडाउन के बावजूद प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखे पेट नहीं सोया है। उन्होंने कहा कि सभी ने पीएम केयर्स और सीएम कोविड फंड के लिए उदारतापूर्वक अंशदान किया है। निर्वाचित प्रतिनिधी भी प्रदेश में कोविड-19 महामारी से प्रभावशाली तरीके से लड़ने के लिए हर संभव अंशदान कर रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों में फंसे प्रदेश के लगभग 2.25 लाख लोगों को वापिस लाया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं। इससे पूर्व कांग्रेस नेता आरोप लगा रही थी कि सरकार विभिन्न राज्यों में फंसे हिमाचलियों के प्रति चिन्तित नहीं है और अब जब लाखों लोगों को घर वापिस लाया गया है, वही नेता कह रहे हैं कि प्रदेश सरकार राज्य में कोरोना ला रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को एक सशक्त नेता मिला है, जिनके समय पर उठाए गए कदमों से कोरोना को फैलने से रोकने में सहायता मिली है और देश के लोग उनके द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लाॅकडाउन के निर्णय से भी कोराना वायरस का संक्रमण रोकने में सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के समय पर लिए गए निर्णय से 15 सबसे विकसित देशों की तुलना में भारत में कोरोना के कारण हुई मृत्यु बहुत कम है। कोविड-19 के कारण 142 करोड़ की आबादी वाले 15 सबसे विकसित देशों में 7.60 लाख लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है जबकि 135 करोड़ की आबादी वाले भारत में 47 हजार लोगों की मृत्यु हुई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण प्रदेश को 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है हालांकि प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र को कुछ राहत प्रदान की है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीयूं हाथीथान में 9.50 करोड़ रुपये की लागत की जलापूर्ति योजना को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।