अर्की : (कुनिहार); हिमाचल प्रदेश में नई पंचायतों के गठन को लेकर जहां एक ओर ग्रामीणों में खुशी है वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों में रोष भी है और इसके लिए लोग आपत्तियां कर रहे हैं। कुछ लोगों में वार्ड बदले जाने पर भी रोष है। कुनिहार तहसील की कोठी पंचायत के जुबला गांव के कुछ लोगों ने उन्हें बणिया देवी वे वार्ड से निकालकर उनके अपने पुराने हरदेवपुरा वार्ड में शामिल करने का आग्रह किया है ।
इन लोगों का कहना है कि 2014 तक उनका पूरा गांव में उनके हरदेवपुरा वार्ड में था लेकिन 2015 के पंचायत चुनावों से पूर्व उनके जुबला गावं के पांच घरों के लोगों को बिना उन्हें सूचित किए अथवा उनकी सहमति से बणिया देवी वार्ड में शामिल कर दिया गया जिसकी जानकारी उन्हें पंचायत चुनावों के लिए जारी रोस्टर और मतदाता सूची से प्राप्त हुई।
शनिवार को उपायुक्त सोलन को लिखे एक प्रार्थना - पत्र जिसकी प्रतियां जिला पंचायत अधिकारी सोलन, खण्ड विकास अधिकारी कुनिहार तथा स्थानीय प्रेस को जारी एक हस्ताक्षित प्रेस ब्यान में जुबला गांव के गोबिन्द ठाकुर , बलबीर सिंह, अनंतराम, रतन लाल , चमन लाल, रिंकू और नीटू आदि ने शिकायत की है कि उनका पूरा गांव पहले हरदेवपुरा वार्ड में पड़ता था लेकिन 2015 में पंचायत के लोगों की सांठगांठ से उनके गांव के पांच घरों के 23 से अधिक मतदाताओं को इस वार्ड से निकालकर बणिया वार्ड में डाल दिया गया।
उन्होंने बताया कि जुबला गांव का राजस्व नाम हरदेवपुरा है और जो कि इसी गावं में स्थित प्राथमिक पाठशाला उनका मतदान केन्द्र है जहां जुबला तथा बणिया देवी , धवाड़ गांव के लोग अपने मतदान का प्रयोग करते हैं । उन्होंने रोष जताया कि जुबला गांव का दुर्गा राम का अकेला व्यक्ति है जिसे पंचायत ने बडोरी वार्ड में डाल रखा है जो इस गांव से 6 किलोमीटर दूर है।
जुबला गांव के लोगों ने उपायक्त सोलन से आग्रह किया है कि आगामी माह तक जब भी वार्डबंदी का कार्य आरम्भ होगा तो उस समय उनके गांव को पुनर्सीमांकन कर बणिया देवी को शिफट हुए लोगों को हरदेवपुरा वार्ड में ही बहाल किया जाए ।