मुकेश अग्निहोत्री ने लोकसभा चुनाव लड़ने से किया इनकार, बोलें- " मैं राजनीति में ऐसे स्थान पर हूँ , जहां ना तो मुझे कोई चुनाव लड़ने के लिए बाध्य कर सकता है, ना विवश कर सकता है और ना ही मुझ पर चुनाव थोप सकता है " और चुनाव ना लड़ने पर क्या क्या बोले हिमाचल के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ..!! पढ़ें पूरी ख़बर.. विस्तार से..       शिमला: जंगल में मिली युवती की लाश, शरीर पर नहीं थे कपड़े, बिना कपड़ों के युवती की लाश मिलने से इलाके में सनसनी, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 26 अप्रैल 2024; आज इन राशियों पर मेहरबान रहेंगी मां लक्ष्मी, घर में बरसेगा सौभाग्य और समृद्धि, पढ़ें अपना आज का राशिफल       लोकसभा के लिए सरकार को जोखिम में डाल रही कांग्रेस, विक्रमादित्य-सुल्तानपुरी के बाद अग्निहोत्री व बाली पर दांव खेलने की तैयारी, सिर्फ उप चुनाव पर निर्भर रहेगा सरकार का भविष्य, पढ़ें पूरी ख़बर..       गुरुवार का राशिफल: 25 अप्रैल 2024; गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..       आज का राशिफल: गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..       हिमाचल में चलती कार पर पहाड़ी से गिरा पत्थर, हादसे में तीन सवार घायल, पढ़ें पूरी खबर..       लोकसभा चुनाव 2024: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव समिति बिना बैठक के ही तय करेगी प्रत्याशी, प्रदेश कमेटी की ओर से भेजे गए इन बड़े नेताओं के नाम होंगे फाइनल, पढ़ें पूरी खबर...       हिमाचल में CPS केस में अब 8 मई को सुनवाई : सरकार ने हाईकोर्ट में एप्लिकेशन देकर मांगा समय; SC के नामी वकील देंगे दलील       आज का राशिफल: 24 अप्रैल 2024, इन राशि वालों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आ रहा वैशाख माह का पहला दिन, जानिए आपकी राशि में क्या लिखा है ?      

पंचांग

शनिवार का पंचांग : 06 अप्रैल 2021; जाने आज का शुभमुहूर्त का समय

March 06, 2021 08:23 AM

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

1:- तिथि (Tithi)

2:- वार (Day)

3:- नक्षत्र (Nakshatra)

4:- योग (Yog)

5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे ।

जानिए शनिवार का पंचांग

* शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।

* वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।

* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।

* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।

* करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए।

शनिवार का पंचांग

6 मार्च 2021 का पंचांग

शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।

।। आज का दिन मंगलमय हो ।।

दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।

शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।

शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की एक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।

शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।

शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है । 

*विक्रम संवत् 2077 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य* शक संवत – 1942, *कलि संवत 5122* अयन – उत्तरायण, * ऋतु – बसंत ऋतु, * मास – फाल्गुन माह* पक्ष – कृष्ण पक्ष*चंद्र बल –वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ,

तिथि (Tithi)- अष्टमी – 18:10 PM तक तत्पश्चात नवमी

तिथि का स्वामी – अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान भोलेनाथ और नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी है। अष्टमी तिथि जया तिथि कहलाती है।

यदि अष्टमी तिथि बुधवार को हो तो मृत्युदा योग बनाती है। इस समय शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है।

लेकिन अष्टमी तिथि जब मंगलवार को होती है तो सिद्धा कहलाती है। इस समय कार्य करने से कार्य सिद्ध होते है।

अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव कहे गए है।अष्टमी तिथि को भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करने से समस्त सिद्धियां प्राप्त होती है , पूजा में उन्हें नारियल का भोग अर्पित करें अथवा शिवजी भगवान के लिए बनाए जाने वाले प्रसाद में नारियल का उपयोग करें लेकिन अष्टमी को नारियल का सेवन ना करें।

अष्टमी तिथि का नाम कलावती कहा गया है। मंगलवार को छोड़कर अष्टमी तिथि सभी प्रकार के कार्यो के शुभ है ।

अष्टमी तिथि जया तिथियों की श्रेणी में आती है मान्यता कि अष्टमी तिथि में किये गए कार्यो में सफलता मिलती है । लेकिन चैत्र महीने के दोनों पक्षों में पड़ने वाली अष्टमी तिथि शून्य कही गई है।

अष्टमी तिथि को दुर्गा जी की आराधना भी शुभ मानी गई है । अष्टमी तिथि में जन्मे जातकों को भगवान शिव और मां दुर्गा की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

अष्टमी तिथि में किसी भी प्रकार की ललित कला और विद्याएं सीखना अत्यन्त शुभ माना गया है।

नक्षत्र (Nakshatra)- ज्येष्ठा – 21:38 PM तक तत्पश्चात मूल

नक्षत्र के स्वामी ( Nakshatra Ke Swami ) –ज्येष्ठा नक्षत्र के देवता इंद्र एवं ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी है ।

ज्येष्ठा नक्षत्र, नक्षत्र मंडल में उपस्थित 27 नक्षत्रों में 18 वां है। ‘ज्येष्ठा’ का मतलब होता है ‘बड़ा’। ज्येष्ठा नक्षत्र को गंड मूल नक्षत्र भी कहा जाता है।

देवराज इंद्र को समर्पित यह नक्षत्र तावीज़ या छतरी जैसा लगता है। 

ज्योतिषियों के अनुसार ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रबल प्रभाव में आने वाले जातक अपने आयु से पूर्व ही शारीरिक तथा मानसिक रूप से अधिक परिपक्व हो जाते हैं।

इस नक्षत्र का आराध्य वृक्ष : निर्गुडी/चीड़ तथा स्वाभाव तीक्ष्ण माना गया है। ‘ज्येष्ठा’ नक्षत्र सितारे का लिंग मादा है।

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक पर मंगल और बुध दोनों ही ग्रहों का प्रभाव हमेशा रहता है।

ज्येष्ठा नक्षत्र के लिए भाग्यशाली संख्या 8, भाग्यशाली रंग सफ़ेद, भाग्यशाली दिन शनिवार और मंगलवार माना जाता है ।

ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे जातको को तथा जिस दिन यह नक्षत्र हो उस दिन सभी को ॐ इंद्राय नमःl। मन्त्र की एक माला का जाप अवश्य करना चाहिए ।

ज्येष्ठा नक्षत्र के दिन जातको को विष्णु सहस्त्रनाम का जाप, भगवान श्री विष्णु की उपासना करनी चाहिए, इससे बुध्दि और व्यापार के देवता बुद्ध ग्रह अनुकूल होते है ।

ज्येष्ठा नक्षत्र वाले दिन भगवान बुद्ध के मन्त्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’। का जाप करने से भी ज्येष्ठा नक्षत्र के शुभ फल प्राप्त होते है ।

योग(Yog) : वज्र – 18:10 PM तकप्रथम करण : – बालव – 18:59 AM तकद्वितीय करण : – कौलव – 18:10 PM तक तत्पश्चात तैतिल

गुलिक काल : शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6 से 7:30 बजे तक । 

दिशाशूल (Dishashool)- शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।

देवताओं की पानी है कृपा तो उन्हें चढ़ाएं ये पुष्य, जानिए किस देवी, देवता को कौन सा पुष्य चढ़ाना चाहिए

राहुकाल (Rahukaal)-सुबह – 9:00 से 10:30 तक।

सूर्योदय – प्रातः 06:42

सूर्यास्त – सायं 18:23

विशेष – अष्टमी को नारियल का सेवन का सेवन ना करें, अष्टमी को नारियल का सेवन करने से बुध्दि का नाश होता है।

आज का शुभ मुहूर्त : अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक। अमृत काल दोपहर 1 बजकर 12 मिनट से 2 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। गोधूलि बेला शाम 06 बजकर 12 मिनट से 06 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।

आज का अशुभ मुहूर्तः राहुकाल सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। वर्ज्य काल अगली सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।

आज के उपाय : शनि स्‍त्रोत का पाठ करें और काले तिल का दान करें। शमी की पूजा होगी फलदायी..।

“हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज का पञ्चाङ्ग, 18 अक्तूबर 2023; (बुधवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय, आज चतुर्थ नवरात्र पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करें..

आज का पञ्चाङ्ग, 09 जून 2023; (शुक्रवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

गुरुवार का पंचांग : 08 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

बुधवार का पञ्चाङ्ग: 07 जून 2023, आज गणेश चतुर्थी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त कब से कब तक, पढ़ें आज का पञ्चाङ्ग..

मंगलवार का पंचांग: 06 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज सोमवार का पंचांग: 05 जून 2023; जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

आज का पंचांग: 04 जून 2023; आज ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा, जानें मुहूर्त और शुभ योग का समय..

आज का पंचांग 12 अप्रैल 2023 बुधवार: आज शीतला सप्तमी व्रत, जानें आज के मुहूर्त और शुभ योग

सोमवार का पंचांग : 27 मार्च 2022; जानिए आज के शुभ मुहूर्त का समय..

गुरुवार का पंचांग : 16 मार्च, 2023; देखें आज का शुभमुहूर्त और शुभयोग का समय ..

राशिफल

आज का राशिफल: 26 अप्रैल 2024; आज इन राशियों पर मेहरबान रहेंगी मां लक्ष्मी, घर में बरसेगा सौभाग्य और समृद्धि, पढ़ें अपना आज का राशिफल

आज का राशिफल: 26 अप्रैल 2024; आज इन राशियों पर मेहरबान रहेंगी मां लक्ष्मी, घर में बरसेगा सौभाग्य और समृद्धि, पढ़ें अपना आज का राशिफल

राशिफलApril 26, 2024

गुरुवार का राशिफल: 25 अप्रैल 2024; गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..

गुरुवार का राशिफल: 25 अप्रैल 2024; गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..

राशिफलApril 25, 2024

आज का राशिफल: गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..

आज का राशिफल: गुरु की कृपा से आज इन राशि वालों के हर कार्य होंगे पूरे, जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, पढ़ें आज का राशिफल..

राशिफलApril 25, 2024

आज का राशिफल: 24 अप्रैल 2024, इन राशि वालों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आ रहा वैशाख माह का पहला दिन, जानिए आपकी राशि में क्या लिखा है ?

आज का राशिफल: 24 अप्रैल 2024, इन राशि वालों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आ रहा वैशाख माह का पहला दिन, जानिए आपकी राशि में क्या लिखा है ?

राशिफलApril 24, 2024