पहाड़ों की रानी शिमला में कुत्तों के आतंक से लोग और यहां घूमने आने वाले पर्यटक परेशान हैं। शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने में नगर निगम नाकाम साबित हो रहा है। शहर के उपनगरों सहित माल रोड रिज मैदान पर आवारा कुत्ते पूरा दिन झुंड में घूमते रहते हैं। पढ़े विस्तार से..
शिमला : ऐतिहासिक रिज मैदान पर सुबह दोपहर या शाम जब भी देखो आवारा कुतों ने डेरा जमाया होता है, यही नही रिज के आसपास के बाशिन्दे भी सुबह सुबह अपने पालतू कुतों को रिज मैदान और माल रोड़ में टहलने को लाते है तथा गन्दगी फैला कर चले जातें है। रिज और माल पर सुबह की सेर करना लोगों को दुर्भर हो गया है।
हिमाचल हाईकोर्ट ने राजधानी शिमला और इसके उपनगरों में आवारा और पालतू कुत्तों की समस्या पर संज्ञान लेते हुए कई बार मुख्य सचिव तथा नगर निगम को नोटिस जारी किए लेकिन प्रशासन व नगर निगम खुलेआम माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर रहे है। राजधानी के मशहूर रिज मैदान और माल रोड पर झुंडों में घूमते आवारा कुत्ते और पालतू कुते खुलेआम गन्दगी फैलाते देखे जा सकते हैं।
माल रोड़ व रिज मैदान जहां अंग्रेजी हकूमत या प्रशासन कभी स्थानीय लोगों को पेर नही रखने देते थे आज आजादी के बाद वहाँ कुतों ने डेरे जमाये होते है और कुतों की दहशत से आज भी स्थानीय आम जन को माल व रिज पर डर डर के घूमना पड़ रहा है..
बता दें कि वर्षों से शिमला में आवारा कुत्तों की दहशत है। शहर के मुख्य स्थलों के साथ-साथ उपनगरों के चौराहों और गली-मोहल्लों में भी आवारा कुत्तों का खौफ है। इन आवारा कुत्तों का शहर में इतना खौफ है कि लोगों को इनके सामने आते ही रास्ता बदलने को मजबूर होना पड़ता है।
शिमला के मुख्य स्थलों मालरोड, रिज , स्कैंडल प्वाइंट, शेर-ए-पंजाब और चर्च के समीप अकसर आवारा कुत्ते डेरा लगाए रहते हैं। इसके अलावा उपनगरों के चौराहों और गली-मोहल्लों में भी आवारा कुत्तों ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। शहर के आवारा कुत्ते इतने खूंखार हो गए हैं कि इनके करीब से गुजरने पर ये हमला बोल देते हैं।
खास तौर पर बच्चों और महिलाओं का इनके करीब से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। नगर निगम शिमला आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए इनका टीकाकरण की बात वर्षों से कर रहा है, मगर इसके बावजूद शहर में आवारा कुत्तों की तादाद कम होने के बजाए बढ़ती ही दिखाई दे रही है। नगर निगम शिमला आज तक आवारा कुत्तों से जनता को पेश आने वाली समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई समाधान नहीं निकाल पाया है।