हर साल सड़क पर वाहनों की संख्या बढ़ रही है और उसी रफ्तार से पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। लेकिन इस सब के बीच पेट्रोल पंप के मालिकों ने धोखाधड़ी के जरिए अपनी जेब भरने के नए नए तरीके खोज निकाले है और अपनी जेबें भर रहे हैं, पढ़े पूरी खबर..
शिमला: (हिमदर्शन समाचार); पेट्रोल का दाम इन दिनों आसमान छू रहा है। आये दिन बढ़ते दाम की वजह से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब अगर ऐसे में पेट्रोल पंप वाले भी लोगों के साथ धोखाधड़ी पर उतर आएं तो आम जनता करे क्या ! पेट्रोल पंप कैसे ग्राहकों की जेब में सेंध लगा रहे हैं ये जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आईये आज आपको पेट्रोल पंप पर होने वाले कुछ धोखाधड़ी से बचने का उपाय बताते हैं।
मीटर की रीडिंग हमेशा हो जीरो : जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाएं तो मीटर रीडिंग पर अवश्य ध्यान दें। हमेशा पेट्रोल लेने से पहले मीटर की रीडिंग जीरो अवश्य करवा लें । इसके साथ ही अगर तेल लेते वक्त मीटर की रीडिंग नहीं बढ़ रही हो तो समझ जाएं कि मीटर खराब है और आपके साथ धोखा हो सकता है।
राउंड फिगर में कभी ना लें पेट्रोल: जब भी पेट्रोल लेने जाएं तो कभी भी 1000 या 2000 के राउंड फिगर में पेट्रोल ना लें क्योंकि पेट्रोल पंप वाले डिस्पेन्सर मशीन में इन राउंड फिगर्स के साथ कम तेल को सेट कर देते हैं, जिससे हमें लगता है कि सौ रुपए का तेल मिल रहा है जबकि सेटिंग के कारण हजार में ग्राहक को कम तेल मिल रहा होता है। इससे बचने के लिए कभी भी राउंड फिगर में तेल ना भरवाएं। हमेशा 1110 से 2112 का तेल भरवाएं।
ग्राहकों को बातचीत में उलझाकर धोखाधड़ी : तेल भरते समय नोजल को टैंक में रख दिया जाता है लेकिन टैंक में पूरा तेल जाने से पहले ही उसे हटा लिया जाता है। इस तरह पाइप में कुछ तेल बच जाता है लेकिन आपको उसका पैसा देना पड़ता है। ऐसा करने वाले पेट्रोल पंप कर्मचारी ग्राहकों का ध्यान बांटते हैं ताकि वे पाइप की ओर नजर न ला सकें। वे बातचीत में ग्राहकों को उलझा लेते हैं और अपनी चालाकी से कम तेल गाड़ी के टैंक में भरते हैं। ग्राहकों को जरा भी इल्म नहीं होता कि उनके साथ ऐसी धोखाधड़ी हो रही है।
1500 की जगह सिर्फ 1000 रुपये का तेल : ग्राहकों से धोखाधड़ी के लिए मैथमेटिकल ट्रिक का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर एक ग्राहक 1500 का तेल भरवाना चाहता है तो पेट्रोलपंप कर्मी पहले 500 रुपये का तेल भरेगा। इसके बाद वह फिर पूछेगा कि कितने का तेल भरना है। ग्राहक उसे फिर बताएगा तब तक बिना मीटर को जीरो पर सेट किए वह तेल भरना शुरू कर देता है। वह सिर्फ 1000 का पेट्रोल भरता है और ग्राहक को 500 रुपये का चूना लगा देता है। क्योंकि मीटर में पहले से 500 तेल भरा जा चुका था।
एडवांस तरीके से हो रही धोखाधड़ी : जब दुनिया लूटने पर उतरती है तो लूटने के कई तरीके ढूंढती है। अब धोखाधड़ी भी एडवांस हो गयी है। अब कई पेट्रोल पम्पस पर रिमोट कंट्रोल चिप के जरिये पाइप से पेट्रोल का फ्लो घटा दिया जाता है। इससे ग्राहक को मीटर में रीडिंग ज्यादा दिखती है लेकिन तेल गाडी में कम डाला जाता है। तो ऊपर लिखे बातों को ध्यान में रखिये और पेट्रोल पंप पर होने वाले धोखाधड़ी से बचिए।