धनतेरस-2019: इस धनतेरस 50% घट सकती है सोने की खरीदारी, जानिए वजह
वैसे तो त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की खूब खरीदारी होती है लेकिन इस बार ऐसी उम्मीद नहीं है. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के मुताबिक इस साल धनतेरस पर मांग कमजोर होने के कारण सोने की 50 फीसदी तक खरीदारी घट सकती है. बता दें कि इस मौके पर हर साल देशभर में करीब 40 टन सोने की खरीदारी होती है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से मेहता ने बताया कि ऊंचे भाव पर मांग घटने और आयात शुल्क में वृद्धि होने के कारण बीते महीने सितंबर में सोने का आयात घटकर 26 टन रह गया, जबकि पिछले साल इसी महीने में भारत ने 81.71 टन सोने का आयात किया था. इस तरह पिछले साल के मुकाबले इस साल सितंबर में सोने का आयात 68.18 फीसदी घट गया. सोने का आयात घटने की वजह पूछने पर मेहता ने बताया कि सरकार ने आयात शुल्क में वृद्धि कर दी, जिससे सोने का आयात महंगा हो गया।
बता दें कि इस साल जुलाई में आम बजट में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है.
मेहता ने आगे कहा, "सोने में तीन तरह की मांग रहती है, पहली, शादी के सीजन की मांग. दूसरी, त्योहारी मांग और तीसरी नियमित मांग. बाजार में लिक्विडिटी के अभाव में नियमित मांग की हालत पहले से ही खराब है, वहीं भाव ऊंचा होने से लोग निवेश से भी घबराते हैं. इसके अलावा त्योहारी मांग भी कमजोर रहने वाली है." हालांकि केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया को उम्मीद है कि त्योहारी डिमांड में सुधार जरूर होगा. लेकिन पिछले वर्षो की तरह इस साल सोने-चांदी की त्योहारी मांग नहीं रहेगी, क्योंकि भाव अभी भी काफी ऊंचा है।
बता दें कि मुंबई में बीते शुक्रवार को 22 कैरट सोने का भाव 39, 190 रुपये और 24 कैरट का 39, 340 रुपये प्रति 10 ग्राम था. बीते दिनों सोने का भाव भारतीय सर्राफा बाजार में 40, 000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर चला गया था. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को सोने का भाव 1, 500 डॉलर प्रति औंस से ऊपर चल रहा है, जबकि पिछले साल पांच अक्टूबर को सोने का भाव 1, 242.20 डॉलर प्रति औंस था. इस प्रकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले साल के मुकाबले सोने का भाव इस समय 250 डॉलर प्रति औंस से भी ज्यादा है।