नई दिल्ली: (हिमदर्शन समाचार); स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Death) के निधन से पूरा देश शोक में डूब गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि लता जी का निधन उनके और दुनियाभर के लाखों लोगों के लिए हृदयविदारक है। आज सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वो पिछले 28 दिनों से अस्पताल में भर्ती थी।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं शब्दों से परे पीड़ा में हूं। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘यह मेरा सम्मान है कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला। उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी। उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, ‘लता-दीदी एक असाधारण इंसान थीं। उनकी दिव्य आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है। लेकिन उसकी धुन अमर रहेगी, अनंत काल तक गूंजती रहेगी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।’
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘भारतीय सिनेमा की सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है।” नायडू ने कहा, ‘‘लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।’
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी।उन्होंने कहा कि लता जी का मधुर स्वर दशकों तक देश में फिल्म संगीत की पहचान रहा।
हिमाचल के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वर कोकिला, "भारत रत्न" लता मंगेशकर जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। उनका जाना कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। बचपन से लेकर अब तक 26 जनवरी और 15 अगस्त का कोई कार्यक्रम ऐसा नहीं देखा जिसमें लता जी की भावुक कर देने वाली आवाज़ में 'ऐ मेरे वतन के लोगों' न सुना हो।कला क्षेत्र में उनका अनुकरणीय योगदान इस जगत से जुड़े समस्त कलाकारों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व शोकग्रस्त परिजनों एवं प्रशंसकों को संबल प्रदान करें।