हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर आज चुनाव हो रहा है। लोकतंत्र के इस महापर्व में हम सब की भागीदारी एक नैतिक जिम्मेदारी है। मतदान से हम सिर्फ सरकार को ही नहीं चुनते, बल्कि अपनी दिशा व दशा तय करते हैं। वोट से आने वाले परिणाम को हम जनादेश यानी जन का आदेश कहते हैं। जो यह तय करता है कि उनका प्रतिनिधित्व कौन करेगा।
इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य बढ़ जाता है कि वह मतदान कर अपना प्रतिनिधि चुने। मतदान न कर हम औरों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि को अपना प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दे देते हैं। इसलिए यह हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि वोट देकर लोकतंत्र की प्रक्रिया का हिस्सा बनें और मतदान के योगदान से क्षेत्र, प्रदेश, और देश के विकास की दिशा तय करें।
भागीदारी निभाएं व औरों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करें। लोकतांत्रिक देश में जनता की ओर से सरकार बनाई जाती है। यह तभी संभव है जब हम अपने मत का प्रयोग करें। भारत जैसे विशाल देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था का बहुत महत्व है। मतदान केंद्रों पर पहुंचकर हर विधानसभा हल्के के लोग अधिक से अधिक मतदान करें। जिससे मतदान प्रतिशत बढ़े।
लोकतंत्र में मतदान का बहुत महत्व है। एक लोकतांत्रिक व्यवस्था ही ऐसी व्यवस्था है, जिसमें अपनी सरकार अपने द्वारा चुनी जा सकती है। आप यदि मतदान करते हैं तो आपके द्वारा चुना गया प्रतिनिधि विधानसभा में जाएगा। प्रदेश सरकार का हिस्सा बनेगा। हमें मतदान अवश्य करना चाहिए। युवाओं को इस कार्य के लिए आगे रहना चाहिए और मतदान कर एक अच्छी सरकार को चुनना हमारी जिम्मेदारी है।
देव भूमि हिमाचल प्रदेश के सभी सम्मानित मतदाताओं से अपील है कि वह अधिक से अधिक संख्या में वोट करके इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाएं। बिना किसी से डरे अपने मताधिकार का प्रयोग करें। प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर अधिक से अधिक मतदान कर हिमाचल में मतदान प्रतिशत का नया कीर्तिमान स्थापित करें।