शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को सुंदर बनाने और तारों के जाल से छुटकारा पाने के लिए नगर निगम ने प्लान तैयार किया, जिसका काम अभी तक शुरू नहीं हुआ। नगर निगम हाईटेंशन लाइनों (HT) को अंडर ग्राउंड करने का प्लान बीते 4 सालों से बना रहा है, लेकिन अफसोस की बात है कि इतना टाइम बीतने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है।
2019 में मिली थी प्रोजेक्ट को मंजूरी : बता दें कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत हाईटेंशन लाइनों को अंडर ग्राउंड करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। साल 2019 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी भी मिल चुकी है, लेकिन 28 करोड़ की यह योजना 4 साल बाद भी परवान नहीं चढ़ी।
इस लाइन में 11 हजार KV का करंट : राजधानी शिमला में बिजली बोर्ड द्वारा लगाई गई हाईटेंशन लाइनों का जाल जगह-जगह देखने को आसानी से मिल जाएगा। इस लाइन में 11 हजार KV का हाई वोल्टेज करंट है। फॉल्ट होने की स्थिति में तार नीचे गिरने का खतरा रहता है। इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
रिज से छोटा शिमला तक गुजरती HT लाइन : शहर में रिज मैदान से माल रोड, मिडल बाजार, गंज बाजार, US क्लब, छोटा शिमला, ओल्ड बस स्टैंड आदि जगहों में हाईटेंशन लाइन गुजरती है। यहां रोजाना स्थानीय लोगों के साथ सैलानियों की भरमार रहती है। ऐसे में इन जगहों से गुजरने वाली यह हाईटेंशन लाइन कभी भी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है।
लोगों की जान को जोखिम : शिमला में जगह-जगह पर हाईटेंशन लाइनें लोगों के लिए खतरा हैं। इसके अंडर ग्राउंड प्रोजेक्ट का पूरा होना बहुत जरूरी है, लेकिन नगर निगम इस प्रोजेक्ट को पूरा न करके जहां अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहा है। वहीं लोगों की जान से भी खिलवाड़ कर रहा है। हालांकि MC कमिश्नर आशीष कोहली का कहना है कि प्रोजेक्ट के लिए अभी बजट नहीं मिला है। बजट आते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
न्यूज़ क्रेडिट : दैनिक भास्कर शिमला।