शिमला: देशभर में लॉक डाउन हो या फिर राज्य सरकार का कर्फ्यू दोनों ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए जनहित में लिए गए सरकार के बड़े ही महत्वपूर्ण फैसले है। इन फैसलों से जनता कोरोना से तो बचाव महसूस कर रही है पर आर्थिक दृष्टि से पिछड़ रही है। यहाँ तक कि गरीब किसानों व मजदूरों को भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है। सरकार भले ही सभी आवश्यक खाद्य पदार्थों को मुहैया करवाने के दावे कर रही है पर धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है।
गांव और शहरों में हैंड सेनेटाइजर और मास्क दुकानों में देखने तक नही मिल रहा है। कोरोना के कहर के चलते मजदूर/कर्मचारी घरों में बन्द है इसलिए दूध की कम्पनियों को दूध संग्रहन और सप्लाई की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ कर्फ्यू के चलते दूध के कम्पनियों ने सरकार के निर्देशानुसार दूध प्लांट बंद कर दिए है।
कोरोना वायरस की वजह से प्रदेश में कर्फ्यू के चलते कामधेनु और सुपर दूध की सप्लाई करने वाली कंपनियों ने 25 मार्च से दूध का संग्रहण बंद कर दिया है। इससे आने वाले दिनों में लोगों को दूध के संकट का सामना करना पड़ेगा। इसके इलावा दूध संग्रह न होने से प्रदेश हजारों किसान परिवारों को संकट का सामना करना पड़ेगा। कंपनियों का कहना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते, दूध का संग्रह नहीं होगा। कामधेनु और सुपर दूध की सप्लाई करने वाली कंपनियों प्रदेश भर में हजारों लीटर दूध इन किसान पशुपालकों से इकट्ठा खरीदती हैं।
प्रशासन के निर्देशों का कर रहें है पालन : बता दें कि यह दूध पिपलुघाट व नम्होल के प्लांटों से प्रोसेस कर बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन आदि जिलों में वितरित होता है। दुध संग्रहन कम्पनियों ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से दूध का संग्रहण व वितरण रोक दिया है। प्रशासन की तरफ से जो आदेश होंगे, उनका पालन करेंगे।
गौरतलब है कि समय रहते अगर सरकार ने किसानों, मजदूरों और छोटी छोटी बिजिनेस इकाइयों की आर्थिक पैकेज जारी नही किया तो इस वर्ग के लोगों की दिशा और दशा दयनीय होने वाली है। साथ ही जिस भी देश व प्रदेश की सरकार अथवा राजनैतिक दल कोरोना के चलते आम जनता से राजनीति कर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करेगा भविष्य में ऐसे राजनेताओं व दलों को देश की जनता बख्शने वाली नही है। क्योंकि देश मे आम जनता ही है जो।अपने मत का प्रयोग करती है जिसके बलबूते पर ये राजनीतिक दल सरकारे बनातें। बता दें कि यह महामारी 4 दिन की है ऊपर वाला धरती पर अपने को भगवान समझने वालों की रेसेटिंग कर रहा है। ये देश रहेगा पर देश को दोखा देने वाले सफेदपोशों पर भविष्य में संकट आने वाला है।